त्योहारी सीजन में साइबर अपराधी ज्यादा एक्टिव हो जाते हैं. ऐसे में लोगों को साइबर ठगी से बचाने के लिए पुलिस लगातार लोगों को जागरूक कर रही है. इसी कड़ी में पुलिस ने लोगों से साइबर ठगी से बचने के लिए हमेशा ‘पापा’ को याद रखने को कहा है. क्योंकि, पापा (PAPA) शब्द को याद रख कर आप साइबर ठगों के जाल में फंसने से बचकर अपनी जिंदगी भर की कमाई बचा सकते है.
पापा शब्द को जहन में रखें: पुलिस की ओर से कुछ आसान शब्दों का इस्तेमाल कर लोगों को साइबर ठगी से बचने के तरीकों को बताया जा रहा है. ऐसे में जान लेते हैं कि पापा शब्द क्या है और कैसे आपको साइबर ठगी से बचाएगा. दरअसल, पापा शब्द निमोनिक्स है. अगर हम पापा (PAPA) को समझें तो पी (P) से इसका सीधा मतलब होता है कि ‘पर्सनल इंफॉर्मेशन’ किसी से भी शेयर न करें
.ए (A) से मतलब है कि किसी भी अंजान लिंक को क्लिक करने से ‘अवॉइड’ करें. दूसरे पी (P) से मतलब है कि ‘पासवर्ड’ समय समय पर बदलते रहें. आखिर में ए (A) का मतलब है कि किसी भी सोशल मीडिया प्रोफाइल में ‘अवेटार्स’ यानी कार्टून्स पिक्चर यूज कर सकते है. इससे फायदा होगा कि कोई भी आपकी प्रोफाइल पिक्चर का मिस यूज नहीं कर सकेगा. कोई आपका परिचित बनकर झांसे में लेने के प्रयास नहीं कर सकेगा.
ये है पापा का मतलब-
P- पर्सनल इंफॉर्मेशन (Personal Information) यानी अपनी निजी जानकारी शेयर ना करें.
A- अवॉइड क्लिक एनी लिंक (Avoid Click Any Link) यानी किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें.
P- पासवर्ड (Password) अपने सोशल मीडिया अकाउंट या बैंक खातों के पासवर्ड समय-समय पर बदलते रहें.
A- अवेटार्स (Avatars) यानी कार्टून आर्ट का यूज करें. यह मेटा आदि में स्वत: ही आता है. जिस पर क्लिक कर बना सकते हैं, लेकिन किसी बाहरी साइट पर जाकर अवेटार्स न बनाएं.
ऑफर और लुभावने डिस्काउंट वाले लिंक पर क्लिक न करें: वहीं, दीपावली के त्योहार पर ऑनलाइन शॉपिंग और ऑफर्स के दौर में साइबर ठगी के मामले भी बढ़ने लगते हैं. ठग फर्जी वेबसाइट, लुभावने डिस्काउंट लिंक और नकली ई-कॉमर्स पेज बनाकर लोगों को झांसे में लेते हैं.
किसी भी लिंक या ऑफर पर क्लिक करने से पहले वेबसाइट की सत्यता जांचें और अनजान खातों में भुगतान ना करें. लालच या झांसे में आने से बचें. अगर साइबर ठगी होती है तो तत्काल हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराएं.
पापा शब्द से जागरूकता: वहीं, देहरादून साइबर क्राइम एएसपी कुश मिश्रा ने बताया कि लोगों को जागरूक करने के लिए निमोनिक्स यानी की आसान शब्दों का इस्तेमाल करके लोगों को जागरूक रखने का प्रयास किया जा रहा है. इसी कड़ी में पापा (PAPA) शब्द का इस्तेमाल किया गया है.
इसमें साइबर ठगी से बचने के चार तरीकों को समझाया गया है. पर्सनल इंफॉर्मेशन शेयर से बचने, किसी अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचने, समय-समय पर पासवर्ड बदलने के बारे में समझाने के साथ ही अवेटार्स (कार्टून) पिक्चर यूज करने के लिए बताया गया है.
डिजिटल अरेस्ट से बचें: वहीं, लोगों को याद रखना चाहिए कि पुलिस या सीबीआई या फिर अन्य जांच अधिकारी कभी भी डिजिटल अरेस्ट नहीं करते हैं. अक्सर साइबर क्रिमिनल मनी लॉन्ड्रिंग, नशा तस्करी और अन्य आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने का डर दिखाकर लोगों को झांसे में लेते हैं.
ऐसे में साइबर ठग भोले भाले लोगों को ठगी का शिकार बना देते हैं. डिजिटल अरेस्ट जैसी कोई चीज नहीं होता है. इसलिए जागरूकता बेहद जरूरी है. त्योहारी सीजन है













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