राजधानी के सरकारी अस्पतालों कोरोनेशन और दून हॉस्पिटल में एक पूर्व अपर सचिव की पत्नी को हार्ट अटैक में समय पर इलाज नहीं मिला।’
परिजनों को उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। इन आरोपों की जांच के बाद शासन को रिपोर्ट भेज दी गई है। यह घटना 18 अगस्त की है। देर रात
हार्ट अटैक से पीड़ित मरीज को ले जाना पड़ा निजी अस्पताल
मुख्य सचिव से शिकायत के बाद दून अस्पताल ने मेजी रिपोर्ट
करीब ढाई बजे महिला को हार्ट अटैक आया। परिजन कोरोनेशन गए। वहां कार्डियोलॉजिस्ट नहीं थे। इसके बाद वे दून अस्पताल की रिपोर्ट में क्या ?
डॉ. बिष्ट के अनुसार पूर्व अपर सचिव की पत्नी को उनके बेटे दून अस्पताल लाए थे। जहां हार्ट अटैक का पता चला। डॉक्टर ने इलाज के लिए कंसेट मांगा। बिलिंग काउंटर पर सर्वर डाउन होने से 20 मिनट देरी हुई। कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अमर उपाध्याय से फोन पर सलाह ली गई थी। महिला के परिजनों ने निजी अस्पताल जाना बेहतर समझा।
दून अस्पताल पहुंचे। वहां सुबह तक डॉक्टर का इंतजार करने को कहा गया। मुख्य सचिव तक शिकायत पहुंची तो दून अस्पताल प्रशासन से रिपोर्ट तलब की गई। एमएस डॉ. आरएस बिष्ट ने शासन को जांच रिपोर्ट भेज दी है।













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