मसूरी ने स्वच्छता में रचा इतिहास, प्रदेश की नगर पालिकाओं में हासिल किया पहला स्थान

मसूरी: 17 जुलाई को स्वच्छता सर्वेक्षण 2025 की रैंकिंग जारी की गई है. उत्तराखंड के स्तर पर बात करें तो प्रदेश की सबसे साफ-सुथरी नगर पालिकाओं में पहले पहला नंबर मसूरी का आया है. स्वच्छता में मसूरी नगर पालिका को पहला स्थान मिला है.

 

नगर पालिका परिषद मसूरी के अधिशासी अधिकारी तनवीर सिंह मारवाह ने इस उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि यह सफलता योजनाबद्ध सफाई व्यवस्था, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, आधुनिक तकनीकों के प्रयोग और सबसे अहम जन सहयोग की वजह से संभव हो सकी है.

उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार केवल नगर पालिका का नहीं है, बल्कि हर उस नागरिक का है, जिसने स्वच्छता को अपनी आदत बना लिया है. इस सफलता में सबसे बड़ी भूमिका शहर के सफाई मित्रों और कर्मियों ने निभाई है. क्योकि उन्होंने कड़ी मेहनत और निष्ठा से शहर को स्वच्छ बनाए रखने में दिन-रात एक किया.

 

नगर पालिका ने साफ कहा कि इस गौरवपूर्ण रैंकिंग का असली श्रेय उन लोगों को जाता है, जो चुपचाप और समर्पित भाव से हर सुबह सड़कों, गलियों और मोहल्लों को चमकाते हैं. इन्हीं की बदौलत मसूरी नगर पालिका ने पहला स्थान प्राप्त किया. वहीं राज्य स्तर की ओवरऑल रैंकिंग में भी मसूरी ने तीसरा स्थान हासिल किया है. इसमें लालकुआं पहले स्थान पर और रुद्रपुर दूसरे स्थान पर रहा. यह रैंकिंग राज्य के सभी नगर निकायों के प्रदर्शन के आधार पर तय की जाती है.

मसूरी नगर पालिका अध्यक्ष मीरा सकलानी ने इस ऐतिहासिक सफलता पर पूरे शहरवासियों को बधाई दी और कहा कि मसूरी का प्रथम स्थान पर आना न सिर्फ नगर पालिका की मेहनत का परिणाम है, बल्कि यह शहर की जनता के सहयोग, स्वच्छता कर्मियों की निष्ठा और अधिकारियों की कार्यकुशलता का प्रमाण है. आने वाले समय में भी हम इसी जोश और प्रतिबद्धता के साथ काम करते रहेंगे.

 

उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि मसूरी नगर पालिका न सिर्फ इस रैंकिंग को बनाए रखने के लिए कार्य करेगी, बल्कि आने वाले समय में राज्य में ओवरऑल पहले स्थान को भी हासिल करने के लिए संकल्पित है. मसूरी की यह उपलब्धि न केवल नगर के लिए गौरव की बात है, बल्कि यह अन्य नगर निकायों के लिए भी एक प्रेरणा स्रोत है.

यह बताता है कि यदि नगर प्रशासन, कर्मचारी और जनता एकजुट होकर काम करें, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता, मसूरी ने यह सिद्ध कर दिया है कि स्वच्छता ही सेवा महज एक नारा नहीं, बल्कि एक मिशन है, जिसे पूरे समर्पण और सहभागिता से पूरा किया जा सकता है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!