उत्तराखंड की 29 ओर 30 जून की मुख्य खबरें पढ़ें बस एक उंगली का प्रयोग करके
चारधाम यात्रा पर प्रतिबंध हटाया गया: गढ़वाल मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि चारधाम यात्रा पर लगाया गया 24 घंटे का प्रतिबंध हटा लिया गया है। हालांकि, जिलाधिकारियों को मौसम की स्थिति के आधार पर वाहनों को रोकने के निर्देश दिए गए हैं। यह कदम भारी बारिश और सड़क पर मलबा आने की घटनाओं के बाद उठाया गया है।
मौसम और बारिश का अलर्ट: उत्तराखंड में भारी बारिश का प्रभाव जारी है। सात जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है, और बद्रीनाथ व यमुनोत्री हाईवे सहित कई मार्ग मलबा आने से बंद रहे। सोनप्रयाग-गौरीकुंड मार्ग पर मुनकटिया क्षेत्र में मलबा और पत्थर गिरने से शटल सेवा बाधित हुई। यात्रियों को पैदल रास्ता पार करवाया गया।
उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना: उत्तरकाशी के सिलाई बैंड के पास यमुनोत्री हाईवे पर बादल फटने से निर्माणाधीन होटल साइट क्षतिग्रस्त हुई, और 8-9 मजदूर लापता हो गए। दो मजदूरों के शव बरामद किए गए हैं। यमुनोत्री मार्ग भी प्रभावित हुआ है।
हल्द्वानी में कार हादसा: हल्द्वानी में एक कार अनियंत्रित होकर नहर में गिर गई, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई और कई घायल हुए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
चमोली में भूस्खलन: बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर पातालगंगा के पास भूस्खलन में एक महिला श्रद्धालु की मौत हो गई, जबकि उनका पति और बेटी घायल हैं। एसडीआरएफ और पुलिस ने राहत-बचाव कार्य किया।
केदारनाथ यात्रा मार्ग पर पशु मृत्यु: केदारनाथ यात्रा मार्ग पर दो दिनों में 14 घोड़े-खच्चरों की रहस्यमयी मौत के बाद उत्तराखंड सरकार ने उनके उपयोग पर 24 घंटे की रोक लगाई। बैक्टीरियल संक्रमण की आशंका जताई जा रही है।
सामाजिक और प्रशासनिक पहल: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चमोली में हुए सड़क हादसे पर शोक व्यक्त किया और घायलों के लिए प्रार्थना की। साथ ही, सरकार ने अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करते हुए हजारों एकड़ जमीन को मुक्त कराया है।
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