हालांकि अब विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस पत्र को पूरी तरह फर्जी (Fake & Forged Document) बताया है।
देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी के कुल सचिव सुभाषित गोस्वामी ने स्पष्ट किया कि संस्थान द्वारा ऐसा कोई आधिकारिक पत्र जारी नहीं किया गया है। उन्होंने इस संबंध में थाना प्रेमनगर में एक प्रार्थना पत्र सौंपते हुए वायरल पत्र को कूटरचित (Forged Document) बताया।
प्रेमनगर थाना पुलिस ने शिकायत के आधार पर मु.अ.सं. 176/25 में धारा 336(2) BNS और 66(C) IT Act के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बताया कि इस प्रकरण में अग्रिम वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।
दून पुलिस सतर्क – सोशल मीडिया पर रखी जा रही है पैनी नजर
प्रधानमंत्री के वीवीआईपी भ्रमण कार्यक्रम को देखते हुए दून पुलिस ने सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर निगरानी बढ़ा दी है। पुलिस ने कहा कि इस तरह की भ्रामक और फर्जी सूचनाएं फैलाने वालों (Fake News Circulators) को चिन्हित किया जा रहा है, और उनके विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई (Strict Legal Action) की जाएगी।
पुलिस की आमजन से अपील:
पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी असत्य या अपुष्ट सूचना (Unverified Information) को सोशल मीडिया पर शेयर या फॉरवर्ड (Share/Forward) न करें।
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देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी ने वायरल फेक लेटर को बताया झूठा, पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा – PM मोदी रैली को लेकर सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा था भ्रम
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देहरादून: सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे Dev Bhoomi Uttarakhand University Fake Letter Controversy को लेकर पुलिस और विश्वविद्यालय प्रशासन दोनों हरकत में आ गए हैं। इस फर्जी पत्र में दावा किया गया था कि 9 नवंबर 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) की रैली में शामिल होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी की ओर से अधिक अंक (Extra Marks) दिए जाएंगे।
यह फर्जी पत्र देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी के लेटरहेड (Official Letterhead) पर जारी दिखाया गया था, जिससे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर हड़कंप मच गया।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने फर्जी बताया वायरल लेटर
देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी (Dev Bhoomi Uttarakhand University, Premnagar) के कुल सचिव श्री सुभाषित गोस्वामी ने स्पष्ट किया कि वायरल पत्र पूरी तरह कूटरचित (Forged Document) है और संस्थान द्वारा ऐसा कोई आधिकारिक पत्र जारी नहीं किया गया है।
उन्होंने इस संदर्भ में थाना प्रेमनगर (Premnagar Police Station) में एक लिखित प्रार्थना पत्र (Written Complaint) सौंपा, जिसमें फर्जी पत्र जारी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, जांच जारी
प्रेमनगर थाना पुलिस ने शिकायत प्राप्त होने के बाद मु.अ.सं. 176/25 के तहत धारा 336(2) BNS और धारा 66(C) IT Act में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार, फर्जी दस्तावेज तैयार करने और प्रसारित करने वालों की पहचान की जा रही है।
थाना प्रभारी ने बताया कि “सोशल मीडिया पर झूठी व भ्रामक खबरें फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई (Strict Legal Action on Fake News Circulators) की जाएगी।”
वीवीआईपी कार्यक्रम को देखते हुए सतर्क हुई दून पुलिस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 9 नवंबर को प्रस्तावित Dehradun PM Modi Rally 2025 को देखते हुए Dehradun Police ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स — Facebook, X (Twitter), Instagram, WhatsApp आदि — पर सख्त निगरानी बढ़ा दी है।
पुलिस के अनुसार, इस प्रकार की Fake News, Misinformation और Propaganda Posts न केवल भ्रम फैलाती हैं बल्कि कानूनन अपराध भी हैं।
पुलिस की आमजन से अपील
दून पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी Unverified News, Fake Post या Misleading Information को शेयर (Share), फॉरवर्ड (Forward) या रीपोस्ट (Repost) न करें।
पुलिस ने कहा कि—
“फर्जी खबरों पर विश्वास न करें, तथ्य की पुष्टि करें और सोशल मीडिया का जिम्मेदारी से उपयोग करें।”













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