हरीश रावत वैसे तो मेरे बड़े भाई है लेकिन मंत्री पद पर रहते हुए उन्होंने ने मुझे काम नही करने दिया : हरक सिंह
देहरादून : जबसे पूर्व कैबिनेट मंत्री व कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत ईडी और सीबीआई के रडार में आए है तबसे ही हरक सिंह फ्रंट फूट पर बैटिंग कर रहे है, उनके तमाम बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे है जिनमे से एक बयान सोशल साइट्स पर खूब छाया हुआ है जिसमें वह कह रहे हैं की
“वैसे तो हरीश रावत मेरे बड़े भाई हैं लेकिन मंत्री पद पर रहते हुए उन्होंने मुझे काम नही करने दिया”
हरीश रावत को निशाने पर लेते हुए हरक सिंह रावत कहते हैं की मंत्री पद पर रहते हुए हरीश रावत ने मुझे प्रदेश के हित में काम नही करने दिया। डेनिश शराब वो लेकर आए और बदनाम में हो गया, उन्होंने कहा की जब में कृषि मंत्री के पद पर था तो उस वक्त हरीश रावत डेनिश शराब लाए थे और उस शराब की बिक्री मंडी परिषद के अंतर्गत हो रही थी।
मंडी परिषद उस वक्त मेरे मंत्रालय के अंतर्गत था तो लिहाजा मेरी बदनामी होने लगी बकौल फिर मैने हरीश रावत से कहा की इस काम को मंत्री परिषद से हटा दो, रात को वो हटाने के लिए राजी हो गए लेकिन सुबह वह मुकर गए। जिसके बाद मेरे पास सिर्फ दो ही रास्ते थे या तो मंत्री पद से इस्तीफा देता या पार्टी से।
हरक सिंह रावत ने यह भी कहा की वर्ष 1998 में सोनिया गांधी के नेतृत्व में मैं 10,000 कार्यकर्ताओं के साथ में कांग्रेस में शामिल हुआ था। उस समय कांग्रेस बुरे दौर से गुजर रही थी और उस वक्त मैंने कांग्रेस को आगे बढ़ाने का काम किया।
अब हरीश रावत मेरे बारे में क्या कहते है मुझे इससे कोई फर्क नही पड़ता।