नई दिल्ली: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने अपने EPFO 3.0 रिफॉर्म्स के तहत कई नई सेवाओं की शुरुआत की है, जिनका मकसद कर्मचारियों को और ज्यादा सुविधा प्रदान करना है. इन सुधारों का शुभारंभ श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुख मंडाविया ने किया. उनका कहना है कि यह कदम न केवल तकनीकी रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि कर्मचारियों के लिए समय बचाने वाला और पारदर्शिता लाने वाला भी साबित होगा.
पासबुक लाइट की शुरुआत
EPFO ने ‘पासबुक लाइट’ फीचर लॉन्च किया है. इसके जरिए मेंबर्स अब अपने पीएफ खाते का योगदान (contributions), निकासी (withdrawals) और मौजूदा बैलेंस तेजी से देख सकेंगे. पहले इसके लिए अलग से पासबुक पोर्टल पर लॉगिन करना पड़ता था, जिससे डुअल लॉगिन और पासवर्ड से जुड़ी दिक्कतें सामने आती थीं. नए फीचर से यह प्रक्रिया सरल और तेज़ हो जाएगी. हालांकि, जो सदस्य डिटेल्ड पासबुक देखना चाहेंगे, वे मौजूदा पोर्टल का उपयोग कर सकेंगे.
PF ट्रांसफर अब और आसान
नौकरी बदलने वाले कर्मचारियों के लिए PF ट्रांसफर की प्रक्रिया को भी सरल बना दिया गया है. पहले इसके लिए Form 13 भरना पड़ता था और Annexure K (Transfer Certificate) केवल PF दफ्तरों के बीच शेयर होता था. अब सदस्य सीधे EPFO पोर्टल से Annexure K PDF डाउनलोड कर सकते हैं. इसके साथ ही, वे अपने PF ट्रांसफर की स्थिति (status) ऑनलाइन ट्रैक कर सकेंगे. यह बदलाव पारदर्शिता बढ़ाने और कर्मचारियों की सुविधा को ध्यान में रखकर किया गया है.
ऑपरेशनल एफिशिएंसी और API इंटीग्रेशन
मंत्री मंडाविया ने बताया कि EPFO 3.0 सुधार मौजूदा APIs को इंटीग्रेट करता है और स्टैंडअलोन पासबुक पोर्टल पर लोड कम करके ऑपरेशनल एफिशिएंसी को बढ़ाता है. इसका सीधा फायदा लाखों कर्मचारियों को मिलेगा, जिन्हें अब ट्रांजैक्शन और बैलेंस चेक करने के लिए ज्यादा झंझट नहीं उठाना पड़ेगा.
तेज़ होगी सेटलमेंट और एडवांस प्रक्रिया
EPFO ने सेटलमेंट और एडवांस राशि की स्वीकृति प्रक्रिया को भी आसान बना दिया है. अब कई मामलों में स्वीकृति की जिम्मेदारी उच्च अधिकारियों से हटाकर सहायक आयुक्त या निचले स्तर के अधिकारियों को सौंप दी गई है. इससे PF ट्रांसफर, सेटलमेंट, अग्रिम राशि, रिफंड, चेक/ECS/NEFT रिटर्न और ब्याज एडजस्टमेंट जैसे मामलों का निपटारा तेजी से हो सकेगा.
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