उत्तराखंड में बर्ड फ्लू का मामला आया सामने, हजारों मुर्गियां दफन

रुद्रपुर: उधम सिंह नगर के सितारगंज तहसील क्षेत्र के शक्तिगढ़ में एक मुर्गी फॉर्म में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद प्रशासन और पशु चिकित्सा विभाग की टीम ने 1700 से ज्यादा मुर्गियों को पशुपालन मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशों के अनुसार दफन किया. इसके अलावा टीम द्वारा मुर्गी फॉर्म को सेनेटाइज करते हुए अग्रिम कार्रवाई शुरू कर दी है. जिलाधिकारी द्वारा अधिकारियों को आसपास के मुर्गी पालकों की नियमित रूप से बर्ड फ्लू स्क्रीनिंग ड्राइव संचालित किए जाने के निर्देश दिए गए हैं.

 

उधम सिंह नगर के शक्तिगढ़ क्षेत्र में एक कुक्कुट फॉर्म में पक्षियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद 24 अगस्त को राजस्व विभाग के मजिस्ट्रेट्स एवं सहयोगी कार्मिकों, पशुपालन विभाग के पशु चिकित्सा वेदों एवं सहयोगी अधिकारियों, नगर निकाय शक्तिगढ़ के अधिशासी अधिकारी एवं सहयोगी कार्मिकों और पुलिस विभाग के कार्मिकों द्वारा मुर्गी फॉर्म की सभी 1 हजार 708 मुर्गियों का वध करने के बाद उन्हें गहराई में दफन किया गया. जिसके बाद पशुपालन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा बर्ड फ्लू की रोकथाम हेतु निर्गत दिशा-निर्देशिका के अनुसार मुर्गी फॉर्म को चरणबद्ध सैनिटाइजेशन किया गया.

दरअसल, 21 अगस्त को सितारगंज के शक्तिगढ़ स्थित मुर्गी फॉर्म में अचानक मुर्गियों के मरने की सूचना प्रशासन को मिली थी. जिसके बाद पशुविभाग की टीम ने मृत मुर्गियों से सैंपल लेकर जांच के लिए राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान, भोपाल भेजा गया था. 23 अगस्त को मृत मुर्गियों में बर्ड फ्लू होने की पुष्टि हुई थी. जिसके बाद जिलाधिकारी ने अधिनियम की धारा-20 के तहत संबंधित मुर्गी फॉर्म को केंद्र बिंदु मानते हुए मुर्गी फॉर्म के 1 किमी परिधि अंतर्गत समस्त क्षेत्र को संक्रमित क्षेत्र और 10 किमी परिधि के अंतर्गत समस्त क्षेत्र को सतर्कता क्षेत्र घोषित किया गया.

भारत सरकार के दिशा-निर्देशिका के तहत, आगामी तीन महीने में 10 किमी परिधि के अंतर्गत सतर्कता क्षेत्र में पोस्ट ऑपरेटिव सर्विलांस प्लान के अनुरूप कार्रवाई करते हुए राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान भोपाल को भेजे गए नमूनों की बर्ड फ्लू रिपोर्ट मिलने के बाद ही क्षेत्र को बर्ड फ्लू फ्री जोन माना जाएगा.

 

इसके साथ ही जिलाधिकारी ने आगामी दिनों में स्वास्थ्य विभाग की टीम के माध्यम से कूलिंग डीप बुरियल ऑपरेशन में योजित विभिन्न विभागीय कर्मियों एवं निटवर्ती क्षेत्रों के मुर्गी पालकों की नियमित रूप से बर्ड फ्लू स्क्रीनिंग ड्राइव संचालित किए जाने के निर्देश दिए गए हैं.

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