विकासखंड कीर्तिनगर के चौरास क्षेत्र की 11 ग्राम पंचायतों के लिए जल्द ही पेयजल योजना की सौगात मिलने वाली है. 37 करोड़ 16 लाख 58 हजार रुपये की लागत से बनी मढ़ी चौरास-जाखणी ग्राम समूह पंपिंग पेयजल योजना की गुरूवार को टेस्टिंग की गई, जो कि सफलतापूर्वक रही. हालंकि, अभी पेयजल योजना का फिल्टर प्लांट का निर्माण कार्य अंतिम चरणों में है.
पेयजल योजना के बनने के बाद जाखणी, मढ़ी, मैंणों, रानीहाट, नैथाणा, थापली, सुपाणा समेत 16 गांवों की आबादी लाभान्वित होगी. बीते कई दशकों से चौरास क्षेत्र की जनता पानी की बूंद-बूंद को लेकर तरस रही थी, लेकिन अब जल्द ही पेयजल योजना की सौगात मिलने पानी की किल्लत नहीं होगी. पेयजल योजना के सफल ट्रायल होने पर चौरास क्षेत्र की जनता में खुशी की लहर है. इस दौरान लोगों ने विधायक विनोद कंडारी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त भी किया.
बताते चले कि मढ़ी चौरास-जाखणी ग्राम समूह पंपिंग पेयजल योजना के नाम से बनने वाली इस योजना का निर्माण जल जीवन मिशन और राज्य सेक्टर मद से किया गया है. इस योजना कि 20 जुलाई 2020 को तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने घोषणा की थी. 55 एलपीसीडी की जरूरत को देखते हुए पेयजल निगम ने 28 करोड़ 1 लाख 60 हजार का एस्टीमेट तैयार किया. बाद में इसकी क्षमता शहरी मानकों के अनुसार 135 एलपीसीडी कर दी गई. 30 अक्टूबर 2021 को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पेयजल योजना का शिलान्यास किया था.
पेयजल निगम देवप्रयाग के सहायक अभियंता प्रदीप पयाल ने बताया गुरूवार को मढ़ी चौरास-जाखणी ग्राम समूह पंपिंग पेयजल योजना का सफलापूर्वक ट्रायल रहा. सहायक अभियंता प्रदीप पयाल ने बताया कि पेयजल योजना के अंतर्गत आठ टैंकों का निर्माण किया गया है. जिसमें डाल्डाधार में 19 लाख लीटर का मुख्य जलाश्य टैंक बनाया गया. जिससे पेयजल को गांवों तक पहुंचाया जा सकेगा. सहायक अभियंता प्रदीप पया ने बताया कि फिल्टर प्लांट का कुछ भागों का कार्य 85 प्रतिशत तक पूरा हो गया है. एक-दो हफ्ते के भीतर उन्हें भी पूरा कर लिया जायेगा. जिसके बाद इसका लाभ जल्द ही क्षेत्र की जनता को मिलना शुरू हो जाएगा.
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