उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 के प्रथम चरण का मतदान जारी है. पहले चरण में गढ़वाल मंडल के 6 जिलों के 26 विकासखंड और कुमाऊं मंडल के 6 जिलों के 23 विकासखंडों में मतदान चल रहा है. प्रथम चरण के कुल 49 विकासखंडों में 17 हजार 829 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. वहीं दिग्गज नेता भी अपने मतों का प्रयोग करते हुए नजर आ रहे हैं. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी खटीमा में वोट डाला.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के प्रथम चरण में मतदान का प्रयोग करने हेतु खटीमा पहुंचे. सीएम धामी ने खटीमा स्थित नगरा तराई के अपने निजी आवास पहुंचकर माता बिसना देवी के साथ नगरा तराई गांव के आदर्श प्राथमिक विद्यालय में बने मतदान केंद्र बूथ नंबर 3 पर लाइन में लगकर मतदान किया. इस दौरान सीएम धामी ने जनता से वोट डालने की अपील करते हुए स्थानीय लोगों से मुलाकात की. सीएम धामी ने जनता से वोट की अपील करते हुए गांव के विकास में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने की अपील.
सीएम धामी ने मतदान के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश भर की पंचायत मजबूत हो रही है. लोकतंत्र की सबसे छोटी इकाई ग्राम पंचायत को मजबूत करने हेतु सभी को मतदान में बढ़ चढ़कर प्रतिभाग कर गांव के विकास में अपनी सहभागिता को सुनिश्चित करना चाहिए. इसके बाद सीएम धामी अपने निजी आवास नगरा तराई के लिए रवाना हो गए. बता दें कि प्रथम चरण के चुनाव में खटीमा के 248 बूथों पर मतदान जारी है. मतदान के तहत 1240 मतदान कर्मी पहले चरण का मतदान संपन्न करा रहे हैं.
गौर है कि प्रथम चरण के लिए मतदान जारी है. हरिद्वार जिला छोड़ प्रदेश के 49 विकासखंडों के 26 लाख मतदाता अपने मतों का प्रयोग कर रहे हैं. इन विकासखंडों में 17 हजार 829 प्रत्याशी मैदान में हैं. सुबह 8 बजे से शुरू हुआ मतदान शाम 5 बजे तक जारी रहेगा.
पहले चरण में इन 49 विकासखंडों में मतदान: ताकुला, धौलादेवी, ताड़ीखेत भैंसियाछाना, लमगड़ा, चौखुटिया, खटीमा, सितारगंज, गदरपुर, बाजपुर, लोहाघाट, पाटी, धारचूला, डीडीहाट, मुनस्यारी, कनालीछीना, बेतालघाट, ओखलकाण्डा, रामगढ, धारी, बागेश्वर, गरूड़, कपकोट, मोरी, पुरोला, नौगांव, देवाल, थराली, ज्योतिर्मठ, नारायणबगड़, जौनपुर, प्रतापनगर, जाखणीधार, थौलधार, भिलंगना, चकराता, कालसी, विकासनगर, खिर्सु, पाबौ, थलीसैंण, नैनीडाण्डा, बीरौंखाल, रिखणीखाल, एकेश्वर, पोखड़ा, ऊखीमठ, जखोली और अगस्त्यमुनि.
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