मुंबई: लगातार तीन दिनों की गिरावट के बाद सोमवार को घरेलू शेयर बाजार में मजबूती लौटी. मजबूत मैक्रोइकोनॉमिक डेटा और आईटी, ऑटो व बैंकिंग शेयरों में जोरदार खरीदारी से बाजार हरे निशान पर बंद हुआ. बीएसई सेंसेक्स 554.84 अंक (0.70%) चढ़कर 80,364.49 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 198.20 अंक (0.81%) की तेजी के साथ 24,625.05 पर पहुंच गया.
सेंसेक्स कंपनियों का हाल
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से 23 बढ़त के साथ बंद हुईं. प्रमुख लाभ में महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स, ट्रेंट, इंफोसिस और एशियन पेंट्स शामिल रहीं. वहीं सन फार्मा, आईटीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर और टाइटन दबाव में रहे.
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल-जून तिमाही में भारत की जीडीपी 7.8% की दर से बढ़ी है, जो पिछले पांच तिमाहियों में सबसे तेज रफ्तार है और अनुमानों से बेहतर है. हालांकि, अमेरिका द्वारा लगाए गए नए टैरिफ भारत के टेक्सटाइल एक्सपोर्ट को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे आने वाली तिमाहियों में दबाव देखने को मिल सकता है.
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि अनुमान से बेहतर जीडीपी ग्रोथ ने वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती को रेखांकित किया है. साथ ही आगामी जीएसटी काउंसिल मीटिंग में युक्तिसंगत कर सुधारों की उम्मीदों से निवेशकों की धारणा और मजबूत हुई है.
एशियाई और यूरोपीय बाजार
एशियाई बाजारों में शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंग सेंग बढ़त में रहे, जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी और जापान का निक्केई 225 गिरावट में बंद हुए. यूरोपीय बाजार अधिकतर ऊंचे स्तर पर कारोबार कर रहे थे. इसके विपरीत शुक्रवार को अमेरिकी बाजार कमजोरी के साथ बंद हुए थे.
कच्चे तेल में तेजी और निवेशकों का रुख
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.92% बढ़कर 68.10 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. एक्सचेंज आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने 8,312.66 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने 11,487.64 करोड़ रुपये की जोरदार खरीदारी की.
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि मजबूत जीडीपी ग्रोथ, बेहतर मैक्रो डेटा और संस्थागत निवेशकों की घरेलू हिस्सेदारी आने वाले दिनों में बाजार की धारणा को सहारा देगी.
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