रुद्रप्रयाग निवासी महिला अपने तीन बच्चों के साथ भागी नेपाली व्यक्ति के साथ
रुद्रप्रयाग : उत्तराखंड में कुमाऊं हो या गढ़वाल शादी के लिए लड़कियों का अकाल पड़ा हुआ है। क्योंकि पहाड़ में रहने वाली लड़कियां अपनी शर्तों के अनुसार शादी करना चाहती है।
एक और जहां लड़कों की शादी बड़ी मुश्किल से हो पा रही है वहीं शादी शुदा लड़कियां भी पहाड़ों में रुकने को तैयार नहीं है। ताजा मामला जनपद रुद्रप्रयाग के बसुकेदार का है। जहां एक महिला अपने तीन बच्चों के साथ नेपाली मूल के व्यक्ति के साथ भाग गई। फरार महिला के पति ने पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग को दिए पत्र में शीघ्र गुमशुदा पत्नी सहित बच्चों की ह खोजबीन करने की मांग की है।
आपको बता दें कि पुलिस अधीक्षक को दिए पत्र में तहसील वसुकेदार, पटवारी क्षेत्र भीरी के तिनसोली गांव निवासी जितेन्द्र सिंह पुत्र स्व नारायण सिंह ने बताया कि वह रोजगार के लिए महाराष्ट्र में था। उसकी मां गांव में घर से पांच सौ मीटर की दूरी पर मेरे बड़े भाई के घर पर थी। शिकायतकर्ता का आरोप है कि आनंद शाही पुत्र लाल बहादुर उसकी पत्नी ओर दो लडकी एवं एक लड़के को 15 नवम्बर को रात्रि उनके घर से भगा कर ले गया।
नेपाली आनन्द शाही का परिवार 40-50 वर्ष से गांव में रह रहा था। केदारनाथ यात्रा के दौरान यह नेपाली खच्चर चलाता था जबकि वर्तमान में आनन्द के पास चार खच्चर थे, जिन्हें गांव से भागने से पूर्व उसने दो खच्चर ग्राम तुलंगा तथा दो ग्राम मोठ (नागजगई) में बेच दिए। जिसके बाद वह मेरी पत्नी और तीन बच्चों को लेकर भाग गया।
इस घटना के बाबत 18 नवम्बर को ही उनकी मां ने प्रकरण की गुमशुदा रिपोर्ट गुप्तकाशी थाने में दर्ज करा दी थी। जबकि 14 दिन गुजर जाने के बाद भी अभी तक पत्नी और बच्चों का कोई पता नही लग पाया है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र से घर आने के बाद उन्होंने अपनी ससुराल जग्गी बग्वान से पता किया तो उनके द्वारा संतोषजनक उत्तर न मिलने पर संदेश में डाल दिया। उन्होंने पुलिस से इस मामले में कार्यवाही की मांग की है।