हरिद्वार जिले की नगर कोतवाली क्षेत्र में संचालित अल्मोड़ा अर्बन को ऑपरेटिव बैंक की शाखा में 42 लाख रुपये के लोन को लेकर बड़ा फर्जीवाड़ा करने का मामला सामने आया है। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने पूर्व मैनेजर, मौजूदा मैनेजर और बैंक एजेंट पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
देहरादून के मोहबेवाला, सेवला कलां निवासी मनमोहन सिंह पुत्र राजेश्वर प्रसाद ने कोर्ट में दिए गए प्रार्थना पत्र में बताया कि करीब दो साल पहले उन्हें लोन की जरूरत थी। उनकी मुलाकात टिहरी विस्थापित कॉलोनी नवोदयनगर निवासी बैंक एजेंट सचिन सैनी पुत्र ब्रजपाल सैनी से हुई।
बीती 21 अप्रैल 2023 को उनकी पत्नी पूजा देवी के नाम पर 42 लाख रुपये का लोन मंजूर कराया। गारंटी के लिए उन्होंने पांच चेक एजेंट को सौंपे थे। आरोप है कि खाता डेबिट फ्रीज होने के बावजूद 11 लाख रुपये निकाल लिए गए। आरोप है कि पूरे 42 लाख रुपये में से केवल 17.93 लाख रुपये ही उन्हें दिए गए बाकी रकम बैंक अधिकारी और एजेंट ने आपस में बांट लिए गए। आरोप लगाया कि एजेंट ने उन्हें सात लाख रुपये नगद और दो लाख रुपये चेक के माध्यम से दिए लेकिन शेष रकम का हिसाब नहीं दिया। इसके बाद मौजूदा मैनेजर एनएस अधिकारी और एजेंट ने उनकी पत्नी के फर्जी हस्ताक्षर कर 8.5 लाख रुपये अपने खाते में ट्रांसफर कराए और छह लाख का फर्जी लोन भी पास करा लिया।
पूजा देवी 21 अप्रैल 2023 के बाद कभी बैंक नहीं गईं। इसके बावजूद उनके नाम से चेकबुक जारी की गई हस्ताक्षर जाली बनाकर रकम निकाल ली गई। कोतवाली प्रभारी रितेश शाह ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर तत्कालीन मैनेजर डीके पांडे, वर्तमान मैनेजर एनएस अधिकारी और एजेंट सचिन सैनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
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