निफ्टी 52 हफ़्तों में पहली बार 26,000 के स्तर पर पहुंचा है. वहीं शेयर बाजार खुलने के साथ सेंसेक्स 85,000 के ऊपर पहुंच गया. सुबह 9:21 बजे तक निफ्टी 50 और सेंसेक्स क्रमशः 0.51% और 0.86% की बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे.
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 734.36 अंक उछल कर 85,160.70 पर पहुंचा; निफ्टी 198.3 अंक बढ़कर 26,066.90 पर पहुंचा. उधर शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 13 पैसे बढ़कर 87.80 पर पहुंच गया.
वैश्विक संकेतों के मिलेजुले रहने के बावजूद, गुरुवार को भारतीय शेयर बाजारों की शुरुआत मजबूती के साथ हुई. आईटी शेयरों में मजबूती के चलते बेंचमार्क सूचकांकों, सेंसेक्स और निफ्टी ने सत्र की शुरुआत ठोस बढ़त के साथ की.
सेंसेक्स 727.81 अंकों की बढ़त के साथ 85,154.15 पर खुला. वहीं निफ्टी 188.6 अंकों की बढ़त के साथ 26,057.20 पर खुला और 26,000 के स्तर को छू लिया. बाजार विशेषज्ञों ने कहा, “फिलहाल, ऊपर की ओर लक्ष्य 26186 पर निर्धारित है, जबकि 26800 एक आशावादी लक्ष्य है.”
इस बीच, नीचे की ओर का मार्कर 25780 पर है, लेकिन आज पूरी तरह से उलटफेर की उम्मीद नहीं है,”बीएसई पर शीर्ष प्रदर्शन करने वाले शेयरों में इंफोसिस, एचसीएलटेक और टेक महिंद्रा शामिल रहे, जिनमें अच्छी खरीदारी देखी गई.
दूसरी ओर, बजाज फिनसर्व, मारुति और पावर ग्रिड प्रमुख रूप से पिछड़ने वाले शेयरों में शामिल रहे. एनएसई पर भी इसी तरह का रुझान देखा गया, जहां इंफोसिस, एचसीएलटेक और टेक महिंद्रा ने बढ़त का नेतृत्व किया.
इंडिगो, आयशर मोटर्स और सन फार्मा लाइफ में बिकवाली का दबाव देखा गया. व्यापक बाजार सूचकांक भी बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे, निफ्टी स्मॉलकैप 100 में 0.33 प्रतिशत और निफ्टी मिडकैप 100 में 0.44 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई.
सेक्टरवार, निफ्टी आईटी इंडेक्स 1.84 प्रतिशत की बढ़त के साथ सबसे ज़्यादा लाभ में रहा, जबकि निफ्टी रियल्टी इंडेक्स 0.08 प्रतिशत की गिरावट के साथ लाल निशान में रहा.
विश्लेषकों ने कहा कि निवेशकों ने बाजार में नया उत्साह दिखाया है और टेक्नोलॉजी शेयरों में जबरदस्त खरीदारी ने शुरुआती कारोबार में तेजी को बल दिया.
भारत और अमेरिका के बीच एक आसन्न व्यापार समझौते की खबरें बाजार में घूम रही हैं और निफ्टी इंप्लाइड ओपन के ज़रिए बाजार की प्रतिक्रिया इसकी पुष्टि करती है.” विशेषज्ञों ने कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप की टिप्पणियों और प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिक्रियाओं से एक शुरुआती व्यापार समझौते का संकेत मिलता है. अपेक्षित सौदे में दोनों पक्षों की ओर से कुछ रियायतें शामिल हैं.”
इस बीच, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 21 अक्टूबर को लगातार पांचवें सत्र में अपनी खरीदारी का सिलसिला जारी रखा और 96 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे.

















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