सीमांत पिथौरागढ़ जिले को एक और खुशी मिली है. पिथौरागढ़ की बेटी खुशी चंद ने एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में देश के लिए स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है. बहरीन के मनामा में 23 से 30 अक्टूबर तक हुई तीसरी एशियन यूथ गेम्स 2025 में खुशी ने अंडर 17 बालिका वर्ग के 44-46 किलोग्राम भार वर्ग में शानदार प्रदर्शन किया है.
बता दें कि एशियन यूथ गेम्स 2025 के तहत बॉक्सिंग चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में खुशी ने चीन की बॉक्सर लूओ जिन्शियु को मात दी. इससे पहले उन्होंने जॉर्डन, सऊदी अरब और मंगोलिया की खिलाड़ियों को हराकर फाइनल में जगह बनाई थी.
प्रतियोगिता के पहले मुकाबले में खुशी ने जार्डन की अल रहमई रीम को हराया. फिर क्वार्टर फाइनल में सऊदी अरब की खिलाड़ी पर जीत दर्ज की और सेमीफाइनल में मंगोलिया की अल्तानजुल को हराकर फाइनल में पहुंचीं. फाइनल में उन्होंने चीन की बॉक्सर को हराकर गोल्ड जीता और देश का झंडा ऊंचा किया
.इस जीत के बाद पिथौरागढ़ में रह रहा उनका परिवार खुश है और खुशी के पिता खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. खुशी परिवार की इकलौती बेटी नहीं है, जिसने परिवार का नाम रोशन किया है. दरअसल, खुशी से पहले उसकी बड़ी बहन निकिता चंद भी राष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीत कर अपने परिवार और जिले का नाम रोशन कर चुकी हैं.
खुशी मूल रूप से पिथौरागढ़ के बड़ालू गांव की रहने वाली हैं. उनकी बड़ी बहन निकिता चंद पहले ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश के लिए स्वर्ण जीत चुकी हैं. दोनों बहनों की इस उपलब्धि ने सीमांत क्षेत्र में बेटियों की प्रतिभा को नई पहचान दी है.
खुशी ने प्रतियोगिता से पहले एनआईएस पटियाला में 23 सितंबर से 20 अक्टूबर तक विशेष प्रशिक्षण हासिल किया. खुशी ने बताया कि यह ट्रेनिंग उनके आत्मविश्वास और गेम की तैयारी के लिए बेहद अहम रही. कोच विजेंद्र मल्ल के अनुसार, खुशी का फुटवर्क और मूवमेंट उनकी सबसे बड़ी ताकत है.
“यह हमारे लिए बड़े ही गर्व की बात है. एक कोच के रूप में मैं खुशी की मेहनत और उसके जज्बे को सलाम करता हूं. अभी तो यह शुरुआत ही है. आगे खुशी को बहुत कुछ हासिल करना है.”- विजेंद्र मल्ल, खुशी चंद के कोच
वहीं, खुशी की इस उपलब्धि पर पूरे जिले में खुशी की लहर है. खिलाड़ियों ने इसे गर्व का पल बताया है. पिथौरागढ़ जिला क्रीड़ा अधिकारी अनूप बिष्ट ने कहा कि खुशी चंद की उपलब्धि सीमांत क्षेत्र के खिलाड़ियों के लिए प्रेरणास्रोत है. यह उन बेटियों के लिए प्रेरणा है, जो खेल में अपना करियर बनाना चाहती हैं.













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