उत्तराखंड के पूर्व डीजीपी सिद्धू समेत 5 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल।
देहरादून : पूर्व डीजीपी बीएस सिद्धू पर धोखाधड़ी के जरिए ओल्ड मसूरी रोड वीरगिरवाली स्थित आरक्षित वन क्षेत्र के करीब 9 बीघा जमीन को अपने नाम करने के आरोप लगे थे।
अब इस मामले में एसआईटी ने सिद्धू समेत 5 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है। आपको बता दें सिद्धू पर आरोप है की अपने कार्यकाल के अंतिम दिनों में उन्होंने ओल्ड मसूरी रोड पर विरगिरवाली स्थित आरक्षित वन क्षेत्र का करीब नो बीघा जमीन अपने नाम करा ली और वहां साल के 25 पेड़ भी कटवा दिए। जब इसकी भनक शासन को लगी तो सिद्धू के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने को प्राथना पत्र दिया गया। लेकिन सिद्धू पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
बताया जाता है दो दशक पूर्व यह भूमि नाथूराम व्यक्ति के नाम पर दर्ज थी लेकिन बाद में इसे आरक्षित वन क्षेत्र घोषित कर दिया गया ।
सिद्धू का खेल कैसे हुआ शुरू।
कोर्ट में दाखिल चार्जशीट के अनुसार डीजीपी मेरठ जाकर नत्थुराम के व्यक्ति की तलाश में जुट गए, काफी तलाशबीन के बाद डीजीपी को नत्थुराम नाम का व्यक्ति मेरठ के रोहटा के रसूलपुर गांव में मिल गया। जिसके बाद डीजीपी ने देरी न करते हुए तत्काल ग्रामप्रधान से मिलकर नत्थुराम के फर्जी दस्तावेज बनवाए और रजिस्ट्री कार्यालय में जमीन का मालिक दर्शाकर जमीन अपने नाम करा ली। 13 मार्च 2013 को सिद्धू ने अपने नाम दाखिल खारिज कर दिया।
कहानी में यहां से आया ट्विस्ट।
अब इस कहानी में असली नत्थुराम के बेटों ने एंट्री मारी, काशीराम क्वार्टर डिस्पेंशरी रोड पर रहने वाले असली नत्थुराम के बेटों ने इस दाखिल खारिज के खिलाफ उपर तहसीलदार से 25 मार्च 2023 को स्टे हासिल कर लिया।उधर हाजी रिजवान कर रहमुद्दीन नाम के दो व्यक्ति सामने आए, इन दोनो ने इस जमीन की पावर ऑफ अटर्नी अपने नाम होने का दावा किया जिसके बाद सिद्धू की तरफ से बनाए गए मेरठ वाले नत्थुराम ने इन दोनो के खिलाफ शहर कोतवाली में 5 जुलाई 2013 को मुकदमा दर्ज करा दिया।मामले की जांच शुरू हो गई और इसी बीच सिद्धू रिटायर हो गए ।
सिद्धू के रिटायर होने के बाद प्याज के छिलकों की तरह खुला घोटाला।
सिद्धू के रिटायर होने के बाद से ही खेल की परतें खुलनी शुरू हो गई। जांच के लिए पिछले साल अप्रैल एसआईटी का गठन हुआ था जिसके बाद एसआईटी ने अपनी जांच में सिद्धू को दोषी पाया। आपको बता दें एसआईटी ने अपनी करीब 1 साल की जांच के बाद सिद्धू समेत 5 अन्य लोगों के खिलाफ भी चार्जशीट दाखिल कर दी है।
इनके खिलाफ हुई चार्जशीट दाखिल।
1. बिरदेंद्र सिंह सिद्धू पूर्व डीजीपी उत्तराखंड निवासी उषा कॉलोनी सेहेस्त्रधारा रोड।
2. रेहमुद्दीन निवासी कंकरखेड़ा मेरठ
3. हाज़ी रिजवान निवासी कंकरखेड़ा मेरठ
4. सुभाष शर्मा निवासी किनौनी सरधना मेरठ
5. स्मिता निवासी मेरठ