अल्मोड़ा बस दुर्घटना की कहानी, सुनिए गांव वालों की जुबानी

अल्मोड़ा :   आज सुबह  पौड़ी के धुमाकोट से रामनगर की ओर जा रही बस मर्चूला के समीप कूपी गांव से थोड़ा सा आगे  अनियंत्रित होकर गीत जागीर नदी में जा गिरी जिसमें करीब 55 यात्री सवार थे। गांव वालों का कहना है की सुबह 8 बजे बस कूपी से निकली थी और 8 :10 तक उन्हें हादसे की खबर मिली जिसके बाद गांव वाले दौड़ते हुए घटना स्थल पर पहुंचे और राहत बचाव कार्य शुरू किया। ग्रामीणों ने घटना की जानकारी एसडीआरएफ टीम को भी दी प्रशासन की तरफ से राहत बचाव कार्य पहुंचने में लगभग 1 घंटा लगा था  दुर्घटना में  38 लोगों के मृत होने की पुष्टि हो चुकी है। आपदा अधिकारी अल्मोड़ा  विनीत पाल ने 38 यात्रियों के मृत होने की पुष्टि की है।

पूर्व प्रधान संगठन सल्ट गोपाल सिंह रावत ने बताया कि बस में क्षमता से अधिक यात्री सवार थे और कूपी गांव से आगे जहां पर दुर्घटना हुई वहां खाई बहुत दुर्गम थी। युद्ध स्तर काम कर रहे ग्रामीणों को राहत बचाव कार्य करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। गांव वालों ने बताया कि बस सड़क से लुड़क कर 100 मीटर गहरी खाई में गिरी और देवता गधेरे के उपर जाकर रुकी तब तक बस के परखच्चे उड़ चुके थे।

गांव वालों घटना स्थल पर जाकर घायलों को बस से बाहर निकाला। कुछ यात्री खुद बस से चलकर बाहर निकले थे उन्हीं में से किसी ने गांव वालों को घटना को सूचना दी थी। कुछ यात्री दुर्घटना के दौरान बस से छिटक कर बाहर निकल चुके थे।

मौके पर पहुंची एसडीआरएफ टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और मृतकों और घायलों को बाहर निकाला 11 घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भेजा गया है जिनमे से कुछ घायल यात्रियों को हैली सेवा में माध्यम से ऋषिकेश एम्स में भर्ती कराया गया है।

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