उत्तराखंड में लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता को अब वायरल पत्र पर स्पष्टीकरण देना होगा. दरअसल, लोहाघाट में पीडब्ल्यूडी कार्यालय से अपर सहायक अभियंता की सर्विस बुक खोने के बाद दैवीय आस्था के आधार पर ‘दो मुट्ठी चावल’ कर्मचारियों से मंगाए गए थे. ताकि इन्हें मंदिर में डालकर दैवीय न्याय पाया जा सके. मामले को शासन ने गंभीरता से लिया और इसके बाद फौरन लोक निर्माण विभाग मुख्यालय ने संबंधित अधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा गया है।उत्तराखंड में वायरल हो रहे लोक निर्माण विभाग के एक पत्र ने सभी को हैरत में डाल दिया है. लोक निर्माण विभाग के नाम से कार्यालय आदेश के रूप में वायरल हुआ यह पत्र लोहाघाट अधिशासी अभियंता के कार्यालय का दिखाया गया है. जिसमें लिखा गया है कि कार्यालय के ही एक अपर सहायक अभियंता की सर्विस बुक गायब हो गई है और इसका कहीं भी पता नहीं चल पा रहा है. ऐसे में कर्मचारियों को आदेशित करते हुए इस पत्र में लिखा गया है कि सभी कर्मचारी अपने घर से दो मुट्ठी चावल लेकर आएं. ताकि इन्हें मंदिर में डाला जा सके और इसके बाद इस प्रकरण पर देवता ही न्याय करेंगे
सरकारी सिस्टम में दैवीय आस्था के नाम पर इस तरह कर्मचारियों से ‘दो मुट्ठी चावल’ मंगाने का यह मामला खूब सुर्खियों में रहापत्र में अधिशासी अभियंता के रूप में आशुतोष कुमार वाले हस्ताक्षर को पाया और इसके बाद उनसे बातचीत भी की जिसमें उन्होंने इस पत्र को अपना होने से इनकार तो किया लेकिन यह भी माना कि उनके यहां अभियंता की सर्विस बुक गायब हुई है और तमाम कर्मचारियों ने उन्हें दैवीय आस्था के तहत न्याय करने का प्रस्ताव दिया था। बड़ी बात यह है कि कुछ ही घंटे में अधिशासी अभियंता आशुतोष कुमार को स्पष्टीकरण से जुड़ा पत्र भेज दिया गया. इसके बाद अब आशुतोष कुमार को इस वायरल पत्र को लेकर अपना स्पष्टीकरण देना होगा। प्रमुख अभियंता कार्यालय ने स्पष्टीकरण को लेकर जो आदेश जारी किया, उसमें कहा गया है कि आशुतोष कुमार को 3 दिन के भीतर अपना स्पष्टीकरण देना होगा और इस मामले में स्पष्टीकरण नहीं मिलने की स्थिति में उनके विरुद्ध कर्मचारी आचरण नियमावली 2002 के तहत कार्रवाई की जाएगी।
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