उत्तराखंड के इस बड़े नेता के होटल पर छापा, मचा हड़कम्प

हल्द्वानी: आज यानी गुरुवार 14 अगस्त को उत्तराखंड में जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख के पदों के लिए मतदान है. सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. वोटिंग सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक होगी. आज शाम तक ही चुनाव परिणाम भी घोषित होने की उम्मीद है. इन चुनावों से पहले हल्द्वानी में विपक्ष के एक बड़े नेता के होटल और बैंक्वेट हॉल पर छापा पड़ गया.

नैनीताल जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए गुरुवार को होने वाले मतदान से ठीक एक दिन पहले देर रात शहर में पुलिस का व्यापक चेकिंग अभियान चला. इस दौरान विपक्ष के एक बड़े नेता के स्वामित्व वाले होटल और बैंक्वेट हॉल में बड़ी संख्या में पुलिस और पुलिस की गाड़ियां पहुंच गईं. इससे वहां मौजूद लोगों और होटल स्टाफ में हड़कंप मच गया. देर रात पुलिस का छापा पड़ने से लोगों में ये भी चर्चा का विषय बना रहा. पुलिस ने काफी देर तक होटल और बैंक्वेट हॉल की गहन तलाशी ली, लेकिन बताया जा रहा है कि पुलिस के हाथ कुछ भी नहीं लगा.

चेकिंग अभियान में सीओ रामनगर, कोतवाल हल्द्वानी, थाना प्रभारी मुखानी, थाना प्रभारी काठगोदाम, टीपी नगर चौकी प्रभारी समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा. नेता प्रतिपक्ष के होटल में अभियान चलाए जाने से लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं भी होने लगी. लोग इसे पंचायत चुनाव से जोड़कर भी देखने लगे.

 

पुलिस अफसरों ने बताया 15 अगस्त के मद्देनजर रूटीन चेकिंग: चेकिंग को लेकर पूछे जाने पर पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई 15 अगस्त के मद्देनजर रूटीन चेकिंग अभियान का हिस्सा है. हर वर्ष स्वतंत्रता दिवस से पहले सुरक्षा के दृष्टिगत इस प्रकार का तलाशी अभियान चलाया जाता है. इसी क्रम में बुधवार रात हल्द्वानी के होटल में भी कार्रवाई की गई.

शुक्रवार 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस है. हर साल 15 अगस्त से पहले सुरक्षा के मद्देनजर रूटीन चेकिंग होती है. चेकिंग के साथ-साथ लाखन नेगी के खिलाफ NBW (Non Bailable Warrant) के तहत कार्रवाई होनी है. जिसके तहत सूचना प्राप्त हुई कि लाखन नेगी होटल में रुका हुआ है. जिसके बाद पुलिस द्वारा रेड डाली गई, लेकिन लाखन नेगी वहां पर नहीं मिला.

-नितिन लोहानी, सीओ सिटी-

गौरतलब है कि आज गुरुवार को नैनीताल जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए भी चुनाव होना है. चुनाव में भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने हैं. कांग्रेस से लाखन नेगी की पत्नी पुष्पा चुनाव मैदान में हैं. वहीं भारतीय जनता पार्टी से बीजेपी के निवर्तमान जिला पंचायत उपाध्यक्ष आनंद दरमवाल की पत्नी दीपा दरमवाल चुनाव मैदान में हैं. नैनीताल जिला पंचायत सीट का चुनावी मुकाबला काफी रोचक हो चुका है. भाजपा इस सीट को हर हालत में जीतना चाहती है, तो वहीं कांग्रेस पार्टी ने भी इस सीट को जीतने के लिए एड़ी चोटी की जोर लगा दिया है.

 

वहीं इस पूरे मामले में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि-

पुलिस और जिला प्रशासन सरकार के दबाव में काम कर रहे हैं. बिना सूचना दिए उनके होटल में पुलिस ने जो छापामारी की है, वह पूरी तरह से निंदनीय है. उन्होंने कहा कि लाखन नेगी के ऊपर कई मामले हैं, लेकिन न्यायालय ने उनको राहत दी है. उसके बावजूद भी बीजेपी सत्ता के लिए लोगों का उत्पीड़न करने का काम कर रही है. भाजपा सरकार सत्ता पाने के लिए सरकारी मशीनरी का भी दुरुपयोग कर रही है. उन्होंने कहा कि पुलिस और प्रशासन भी सरकार के इशारे पर काम कर रहे हैं. अगर इस बात को लेकर वह मुख्यमंत्री भी से भी शिकायत करते हैं, तो सुनने वाला कोई नहीं है.

पांच अगस्त को तहसीलदार युगल किशोर पांडे राजस्व और पुलिस टीम के साथ भवाली स्थित लाखन नेगी के नवनिर्मित स्कूल भूमि और निर्माणाधीन स्कूल भवन की जांच के लिए पहुंचे थे. लाखन ने ग्रामीणों के साथ प्रशासन की टीम पर सरकार के दबाव में काम करने का आरोप लगाकर विरोध किया था. लाखन पक्ष के लोगों के विरोध को देखते हुए प्रशासन की टीम बैरंग लौट गई थी.

इसके बाद तहसीलदार की ओर से भवाली कोतवाली में लाखन नेगी और अन्य के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने पर मुकदमा दर्ज कराया गया. इसके बाद प्रशासन की टीम 11 अगस्त को दोबारा जांच के लिए पहुंची. टीम ने स्कूल परिसर में जमीन के साथ ही भवन निर्माण संबंधी कागजातों की जांच की. जिस जमीन पर स्कूल निर्माणाधीन है, उसकी भी पैमाइश की गई. बुधवार दोपहर प्रशासनिक टीम ने स्कूल भवन को सील कर दिया. प्रशासन ने कहा कि एक नाली सार्वजनिक भूमि पर अतिक्रमण कर दीवारें बनाई गई हैं. इसके चलते निर्माण कार्य को सील कर दिया है. 15 दिन के अंदर स्वयं अतिक्रमण हटाने के लिए कहा गया है.

इसके अलावा प्रशासन की टीम ने बुधवार को भुजिया घाट स्थित लाखन नेगी के रेस्टोरेंट को अवैध बताते हुए सील कर दिया है. लाखन सिंह नेगी ने बीते दिनों प्रशासन और सरकार पर जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव से पत्नी का नाम वापस लेने का दबाव डालने के साथ उत्पीड़न का आरोप लगाया था.

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