मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का बड़ा बयान, मैं इसको पेपर लीक नहीं कहूंगा, इसे आप नकल का प्रकरण कह सकते हो

यूकेएसएसएससी परीक्षा के दौरान एग्जाम सेंटर से प्रश्न पत्र के तीन पेज बाहर भले ही आ गए हो, लेकिन सरकार इसे पेपर लीक नहीं मान रही है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का मानना है कि नकल या पेपर लीक तब माना जाता है यदि वो पेपर 9 बजे बाहर आ गया होता. दस बजे आ गया होता. 10.30 या 10.45 बजे भी आ गया होता. लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ.

 

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि अगर किसी को पेपर के कुछ प्रश्न पत्र मिल गए थे, तो उसकी जिम्मेदारी बनती थी कि वो उचित स्थान पर पुलिस और प्रशासन को सूचना देता, लेकिन ऐसा करने के बजाए इस मामले में कई घंटे तक छुपाए रखा गया. इसके पीछे क्या एजेंडा था? और बाद में एक एजेंडे के साथ इस मामले में सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से फैलाकर पूरे सिस्टम को बदनाम करने का प्रयास किया गया.

मैं इसको पेपर लीक नहीं कहूंगा. इसे आप नकल का प्रकरण कह सकते हो और नकल के प्रकरण के लिए हमने कानून बनाया है. ऐसा नहीं है कि कानून बनने के बाद अपराधी नहीं होंगे, लेकिन कानून से अपराधियों को सजा मिलेगी. इस मामले पर भी सख्ती से कार्रवाई होगी.

 

-पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री, उत्तराखंड-

 

पूरा मामला भी जानिए: दरअसल, 21 सितंबर को प्रदेश भर में यूकेएसएसएससी का एग्जाम हो रहा था. एग्जाम के एक सेंटर आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज बहादुरपुर जट हरिद्वार था. आरोप है कि इसी सेंटर से पेपर लीक हुआ है, जिसको लेकर प्रदेश भर में हंगामा हो रहा है.

एग्जाम सेंटर आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज बहादुरपुर जट के 18 कमरों में से 3 में जैमर नहीं लगे हुए थे, जिनमें कमरा नंबर 9, 17 और 18 शामिल है. आरोप है कि परीक्षा शुरू होने के आधे घंटे बाद इंविजिलेटर से अनुमति लेकर मुख्य आरोपी खालिद जो अभ्यर्थी भी था बाहर निकला. परीक्षा 11 बजे शुरू हुई थी. हैरानी इस बात है कि है कि खालिद पेपर अपने साथ लेकर निकला.

 

आरोप है कि खालिद ने वॉशरूम में जाकर पेपर के कुछ शॉट क्लिक कर तीन पेज अपनी बहन साबिया को भेजे और साबिया ने प्रोफेसर सुमन को. खालिद ने साबिया को पहले सब कुछ बता रखा था. साबिया ने परीक्षा के बारे में सब कुछ जानते हुए भी पेपर के फोटो को प्रोफेसर सुमन के पास भेजा और प्रश्नों के उत्तर प्राप्त किए.

 

आरोप है कि सुमन ने इस मामले की जानकारी पुलिस को न देकर उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा के अध्यक्ष बॉबी पंवार को दी. बॉबी पंवार ने ये खबर वायरल की, जिसके बाद पूरे प्रदेश में हंगामा मच गया.

पुलिस ने मामले की जांच करते हुए प्रोफेसर सुमन से पूछताछ की. उसके बाद पुलिस ने साबिया को गिरफ्तार किया. साबिया ने अपने भाई खालिद के बारे में बताया. मामला सामने आने के बाद खालिद फरार हो गया था. हालांकि बाद में पुलिस ने खालिद को भी गिरफ्तार कर लिया था. हालांकि अभी तक पुलिस को खालिद का मोबाइल नहीं मिला है, जिसे कई राज छुपे हो सकते है.

 

अभी तक क्या-क्या हुआ: इस मामले में पुलिस ने अभी तक मुख्य आरोपी खालिद और उसकी बहन साबिया को गिरफ्तार किया है. वहीं उच्च शिक्षा विभाग ने प्रश्न पत्र को हल करने वाली असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन को निलंबित किया है. इसके अलावा सरकार ने जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के परियोजना निदेशक केएन तिवारी को निलंबित किया है.

 

केएन तिवारी पर परियोजना निदेशक के एन तिवारी को परीक्षा में सुचिता बनाए रखने के लिए जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन जिस तरह से प्रश्न पत्र के तीन पेज केंद्र से बाहर भेजे गए उस हिसाब है कि परीक्षा केंद्र में लापरवाही की गई है. ऐसे में उक्त अधिकारी पर कार्रवाई की जाए. वहीं अब हरिद्वार एसएसपी ने दारोगा समेत दो पुलिसकर्मियों को भी सस्पेंड किया.

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