यहाँ पति के साहस के चलते बची पत्नी की जिंदगी, भालू के हमले से घायल महिला

खटीमा। सुरई रेंज के जंगल में बकरियों के लिए चारा लेने गई एक महिला पर भालू ने हमला कर दिया। भालू के चंगुल में आई महिला की चीख-पुकार सुनकर पास ही चारा काट रहा पति साहस दिखाते हुए भालू से भिड़ गया और दरांती से पत्नी की जान बचा ली। हमले में भालू ने महिला के बाएं हाथ में गहरे घाव कर दिए। महिला को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है।

ऊंची महुवट निवासी माया देवी मंगलवार सुबह आठ बजे पति मोले सिंह व गांव की दीपशिखा, अंजलि, सरस्वती देवी आदि महिलाओं के साथ घर से करीब पांच सौ मीटर दूरी पर स्थित जंगल में बकरियों के लिए चारा लेने गई थी। जहां पर वह पेड़ों की पत्तियां काट रही थी। इसी बीच झाड़ियों से निकले भालू ने उस पर हमला कर दिया।

 

भालू ने माया देवी के बाएं हाथ को मुंह से पकड़ लिया और पंजों से शरीर में निशान बना दिए। इस पर माया देवी जाेर-जोर से चिल्लाने लगी। उसकी आवाज सुनकर पास ही पत्तियां काट रहे पति दरांती लेकर भालू की ओर दौड़े। शोर सुनकर अन्य महिलाएं भी बचाने आ गई। उन्होंने कड़ी मशक्कत कर माया देवी को भालू के चंगुल से छुड़ाया और गंभीर घायल माया देवी को लेकर घर पहुंचे, जहां से स्वजनों व ग्रामीणों ने माया देवी को उप जिला चिकित्सालय पहुंचाया।

 

अस्पताल में प्राथमिक इलाज के बाद हालत गंभीर होने पर स्वजन माया देवी को नगर के एक निजी अस्पताल में ले गए, जहां माया देवी का इलाज चल रहा है। वहीं सूचना पर वन विभाग के कर्मियों ने मौका मुआयना कर घटना के बाबत जानकारी जुटाई। साथ ही ग्रामीणों से जंगल में नहीं जाने की अपील की।

ग्रामीण दिनेश सिंह, बादाम सिंह, शिवराज सिंह, किशन लाल सिंह, राम कुमार सिंह, मोहन सिंह, कल्लू सिंह आदि ने बताया कि पूर्व में भी एक महिला को बाघ ने निवाला बनाया था। जंगल की सीमा पर जंगली जानवरों का आतंक बना हुआ है, जिससे ग्रामीणों में दहशत है। उन्होंने वन विभाग से जंगल की सीमा पर तार-बाड़ करने की मांग की।

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