पहाड़ों में बारिश का तांडव लगातार जारी, अब यहां बादल फटने से मची तबाही।
उत्तरकाशी में बादल फटने की खबर सामने आई है। यहां नाकुरी गाड़ के बरसाली क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ है। सिंगोट की भी कई जगहों पर लोगों के खेत बर्बाद हो गए। घरों में पानी भर गया। सुरक्षा दीवार बह जाने से गांव के लिए खतरा पैदा हो गया है।
गत रात्रि को भारी बारिश और बादल फटने की घटना से ना्कुरी गाड़ ने बरसाली क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ है। नाकुरी गाड़ में बाढ़ आने से ग्रामसभा सिंगोट, ग्रामसभा मांगली सेरा, ग्रामसभा बरसाली के नाकुरी में काश्तकारों को भारी नुकसान पहुंचा है। लोगों के शौचालय, छानिया और घर क्षतिग्रस्त हो गए।
मांगली सेरा, सिंगोट, मलान गांव, नाकुरी में गांव के सुरक्षा दीवार बह जाने से गांव के लिए खतरा पैदा हो गया है। सिंचाई विभाग और लघु सिंचाई विभाग की दर्जनों नहरें बाढ़ में बह जाने से सिंचाई की समस्या उत्पन्न हो गई है।।
कई दौर की तेज बारिश के आसार
मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से देहरादून, टिहरी, पौड़ी, हरिद्वार, अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़, चम्पावत, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर जिले में भारी से भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। जबकि, अन्य जिलों में भी तेज गर्जन के साथ कई दौर की तेज बारिश होने की संभावना है।
बारिश से राज्य में 131 मार्ग प्रभावित
राज्य में 131 मार्ग बंद हैं। इसमें सबसे अधिक पिथौरागढ़ और चमोली जिला प्रभावित हैं। पिथौरागढ़ जिले में दो बार्डर रोड और 21 ग्रामीण मार्ग बंद हैं। चमोली में 23 ग्रामीण मार्ग प्रभावित हैं। बागेश्वर में एक जिला मार्ग, दो मुख्य जिला मार्ग और 13 ग्रामीण मार्ग, उत्तरकाशी में एक राज्य मार्ग, एक मुख्य जिला मार्ग और सात ग्रामीण मोटर मार्ग और देहरादून में दो राज्य मार्ग, एक अन्य मार्ग और 15 ग्रामीण मार्ग बंद हैं।
रुद्रप्रयाग में आठ, पौड़ी में 11, टिहरी में नौ, नैनीताल में तीन, चंपावत में सात ग्रामीण मोटर मार्ग और अल्मोड़ा और ऊधम सिंह नगर में एक राज्य मार्ग और एक ग्रामीण मोटर मार्ग बंद हैं। वहीं, टिहरी बांध का जलस्तर 791.91 मीटर (अधिकतम 830 मीटर) है।