‘मां कुश्ती जीत गई मैं हार गई’ और ये कहते हुए विनेश फोगाट ने कुश्ती को कहा अलविदा।
8 अगस्त तकरीबन सुबह के 5 बजे भारतीय महिला रेसलर विनेश फोगाट ने सबको चौंका देने वाला फैसला लेते हुए भावुक मन से कुश्ती से रिटायरमेंट का एलान कर दिया, उनके इस फैसले ने लाखों प्रशंसकों को चौंका कर रख दिया।
विनेश फोगाट ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट शेयर करते हुए अपने रिटायरमेंट का ऐलान किया। बड़े भावुक मन से विनेश फोगाट ने लिखा ‘मां कुश्ती जीत गई में हार गई माफ करना’
2016 में रियो डी जेनेरियो ओलंपिक में विनेश फोगाट ने अपना डेब्यु किया था लेकिन वह पहले ही मैच में चोट के कारण बाहर हो गई थी। उसके बाद 2020 टोक्यो ओलंपिक में फोगाट को सेमीफाइनल से पहले ही हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन पेरिस ओलंपिक में फोगाट ने कमाल का प्रदर्शन किया और वह फाइनल में पहुंचने वाली भारत की पहली महिला पहलवान बनी ।
विनेश गोल्ड मेडल से बस एक कदम दूर थीं। अब लगने लगा था इस ओलंपिक में भारत पहला गोल्ड लायेगा एक छोटी सी उम्मीद जगी थी एक उम्मीद थी कि गोल्ड मेडल जीत कर विनेश एक नया कीर्तिमान स्थापित करेंगी, वह महिला कुश्ती में गोल्ड जीतने वाली भारत पहली महिला पहलवान बन जाएंगी लेकिन फाइनल मुकाबले से पहले ही विनेश फोगाट ओलंपिक से डिस्क्वालिफाई हो गई। जिसने विनेश फोगाट के साथ साथ पूरे भारत देश को झंकझोर कर रख दिया। ओर गोल्ड आने की उम्मीद भी छिटक गई। दरअसल वजन केटिगिरी में विनेश का वजन नियम के अनुसार 100 ग्राम ज्यादा था, ओलंपिक नियम के अनुसार फाइनल मैच के लिए विनेश का वजन 50 कि.ग्रा होना चाहिए था लेकिन उनका वजन 50.10 की.ग्रा था जिस कारण विनेश को ओलंपिक से डिसक्वालिफाई कर दिया। लिहाजा इस फैसले क बाद विनेश फोगाट बहुत हताश हो गईं और भावुक हो गईं।
विनेश के साथ साथ पूरा देश विनेश के डिसक्वालिफाई होने की वजह से दुखी था। कई लोग तो ओलंपिक फेडरेशन के इस फैसले से रोष में भी थे। सब विनेश के फाइनल के लिए प्रार्थना कर रहे थे और किसी चमत्कार की उम्मीद कर रहे थे लेकिन उससे पहले ही विनेश ने सबको चौंकाते हुए कुश्ती से रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया। विनेश ने भावुक होकर कुश्ती को अलविदा कहा।