स्वास्थ्य की लचर व्यवस्था, डंडी कंडी के सहारे बुजुर्ग को पहुंचा अस्पताल
चंपावत : राज्य को बने हुए 24 साल होने को है लेकिन स्वास्थ्य व्यवस्था आज भी चरमराई हुई। न सरकार न प्रशासन किसी को सुध नहीं है ताजा मामला जनपद चंपावत के बाराकोट ब्लॉक के दूरस्थ सील गांव के बरुड़ी तोक का है जहां बीते दिनों आई आपदा से पूरी तरह बह गई थी। जिसके बाद से गांव को जोड़ने वाली दोनों सड़के बंद पड़ी है जिस कारण क्षेत्र के कई गांवो का अन्य जगहो से संपर्क पूरी तरह कट चुका है सोमवार को गांव की बुजुर्ग महिला लक्ष्मी देवी(60) पत्नी जोगा सिंह की तबीयत अचानक बिगड़ गई दोनों ओर से सड़के बंद होने से गांव के ग्रामीण महिला को डोली के सहारे तीन किलोमीटर उबड़ खाबड़ वह टूटे हुए रास्तों से दो घंटे की कठिन पैदल यात्रा कर नेत्र तक लाए जहां से वाहन के जरिए घाट होते हुए महिला को लोहाघाट अस्पताल लाया गया
ग्रामीणों द्वारा बताया गया की गंगाली और नेत्र सलान की सड़क पूरी तरह बंद पड़ी है जिस कारण क्षेत्र में काफी दिक्कतें हो चुकी हैं ग्रामीणों ने प्रशासन से जल्द से जल्द सड़क खोलने की मांग की है क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता रमेश सिंह ने बताया सड़क बंद होने के साथ-साथ क्षेत्र के पैदल रास्ते व पेयजल योजनाएं बह चुकी हैं गांव के युवा रोजगार की तलाश में बाहर निकल चुके हैं जिस कारण बुजुर्ग किसी तरह महिला को डोली के सहारे सड़क तक लाए उन्होंने प्रशासन से जल्द से जल्द क्षेत्र की सड़क को खोलने की मांग उठाई उन्होंने कहा सड़क बंद होने से ग्रामीणों को कई प्रकार की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है इस दौरान गांव के पुष्कर सिंह ,अन्ना राजपूत, केदार सिंह ,पूरन सिंह ,मोहन सिंह ,कल्याण सिंह आदि ग्रामीण मौजूद रहे