74 लाख की कारें, 7 प्लाट मालिक, करोड़ों की अपार धन संपदा के स्वामी ग्राम विकास अधिकारी को विजलेंस ने किया गिरफ्तार
हरिद्वार : एक सरकारी कर्मचारी की तनख्वाह इतनी होती है की वह अपना जीवन जरूरत की सारी सुविधा के साथ व्यतीत कर सकता है। लेकिन जब मन में लालच और ऐशो आराम का कीड़ा उछाल मारने लग जाए तो बड़े से बड़ा सरकारी कर्मचारी उन इच्छाओं को पूरा करने के गैर कानूनी तरीके से पैसे अर्जित करने लगता है ऐसा ही मामला हरिद्वार के के लक्सर ब्लॉक का है जहां ग्राम विकास अधिकारी के उपर लक्ष्मी कुछ ज्यादा ही मेहरबान है, ग्राम विकास अधिकारी होते हुए साहब के पास 50 लाख की मर्सडीज, 24 लाख की एक और कार , हरिद्वार में पत्नी के नाम पर 7 प्लॉट हैं 2 प्लॉट यूपी आर 3 मंजिला मकान है। साहब की जितनी तनखाह है पैसा उससे 314 गुना ज्यादा है ।
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ग्राम विकास अधिकारी को आय से अधिक संपत्ति अर्जित के आरोप में विजिलेंस ने गिरफ्तार किया है।
SSP विजिलेंस धीरेंद्र कुमार गुंज्याल ने बताया कि आरोपी रामपाल के खिलाफ 2020 में देहरादून सेक्टर में मुकदमा दर्ज किया गया था। उसकी एक जनवरी 2007 से लेकर 31 दिसंबर 2018 तक की आय और खर्च का हिसाब किया गया।
पता चला कि उसने इस, बीच करीब डेढ़ करोड़ रुपये कमाए हैं। जबकि, खर्च इससे कहीं ज्यादा 6.23 करोड़ रुपये किए हैं। यह उसकी आय से लगभग 4.72 करोड़ रुपये यानी लगभग 314 प्रतिशत अधिक है। रामपाल सिंह निवासी कनखल, हरिद्वार को इस खर्च और आय से संबंधित पूछताछ के लिए बुलाया गया था।
लेकिन, इसके बारे में वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। पर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर उसके खिलाफ अभियोजन चलाने की अनुमति शासन पहले दे चुका था। ऐसे में उसे विजिलेंस कार्यालय से ही गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी को शनिवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।