जिहाद के खिलाफ गरजे सीएम धामी, देवभूमि में किसी भी प्रकार का जिहाद नही चलेगा

देहरादून : विशेष समुदाय के लोगों  द्वारा किए गए असामाजिक और निंदनीय कार्य लगातार सामने आ रहे हैं। बीते दिनों मसूरी की वीडियो काफी वायरल रही जिसमें विशेष समुदाय के युवक जो की वहां अपने साथी के साथ मिलकर रेहड़ी चलाता है वह चाय में थूकते हुए नजर आया, हालांकि वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था। ऐसा ही मामला देहरादून के एनामुल्ला बिल्डिंग से आया जिसमें विशेष समुदाय का एक व्यक्ति ही रोटी में थूकते हुए नजर आया। जिसके बाद से लोगों में भी काफी रोष रहा और उसकी गिरफ्तारी की मांग हुई। बीते दिनों ऋषिकेश में एक विशेष समुदाय के युवक द्वारा शादीशुदा महिला से जबरन धर्म परिवर्तन कराने का मामला सामने आया। इन सब मामलों के बाद अब सरकार भी फ्रंट फूट पर आ गई है।

फ्रंट फूट पर बैटिंग करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने  रविवार को कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में धर्म परिवर्तन, अतिक्रमण, भूमि जिहाद और थूक जिहाद को कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा . सीएम धामी ने शिक्षित लोगों से भी ऐसी चीजों को रोकने के लिए आगे आने का आह्वान किया.

उधम सिंह नगर जिले के किच्छा में एक अभिनंदन समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड ‘देवभूमि’ है जहां सभी लोग मिलजुल कर रहते है ‘उत्तराखंड में धर्म परिवर्तन की अनुमति नहीं दी जाएगी, अतिक्रमण की अनुमति नहीं दी जाएगी, भूमि जिहाद की अनुमति नहीं दी जाएगी. कुछ लोग उत्तराखंड में थूक जिहाद कर रहे हैं, लेकिन राज्य में थूक जिहाद की अनुमति नहीं दी जाएगी.’

 ‘समाज में बुरी चीजों को रोकने के लिए पढ़े-लिखे लोगों को आगे आना चाहिए. जो भी गलत है, उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उत्तराखंड में इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.’ हाल ही में, उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के खतौली निवासी दो भाइयों – नौशाद अली और हसन अली को चाय के बर्तन में थूकने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.

धामी ने कहा कि उनकी सरकार कड़े लेकिन जरूरी फैसले ले रही है. उन्होंने नकल विरोधी कानून, दंगा विरोधी कानून आदि का जिक्र किया और कहा कि राज्य में जल्द ही समान नागरिक संहिता (यूसीसी) भी लागू की जाएगी. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के लोगों ने यूसीसी के लिए उनकी सरकार को जनादेश दिया है और यह स्वतंत्र भारत में इसे लागू करने वाला पहला राज्य बन जाएगा.

हाल ही में धामी ने आजतक से खास बातचीत में कहा था, ‘हमारे राज्य में लोग आपस में मिलजुलकर रहते हैं. देवभूमि जैसा स्वरूप होना चाहिए. यहां पर कुछ डेमोग्राफिक चेंज हुआ है, अवैध मजारें बना दी गईं. जो भी मजारें या संचरनाएं तोड़ी गईं, वह अवैध अतिक्रमण का मामला था. सरकारी जमीनों पर कब्जा करके बनाया गया था. अतिक्रमण को सही नहीं कहा जा सकता. आगे भी हम अतिक्रमण हटाएंगे

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