चमोली : नाबालिग से छेड़छाड़ का आरोपी हवलदार गिरफ्तार

चमोली जिले के थराली में सीएसडी कैंटीन में तैनात एक हवलदार पर एक नाबालिग लड़की के साथ छेड़छाड़ का प्रयास करने का आरोप लगा है. आरोप खुद लड़की और परिजनों ने लगाया है. इस मामले में थराली थाना पुलिस ने हवलदार को हिरासत में ले लिया है. नाबालिग के परिजनों ने हवलदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने और गिरफ्तारी की मांग की. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है. मामले को लेकर नगर क्षेत्र में भारी रोष व्याप्त है.

 

रविवार को थराली के राड़ीबगड़ आर्मी के सीएसडी कैंटीन में तैनात एक हवलदार पर पास ही में रहने वाले परिवार की एक नाबालिग बच्ची से छेड़छाड़ के प्रयास का आरोप लगा. पीड़िता के परिजनों ने आरोप लगाया कि दोपहर को जब उनकी नाबालिग लड़की अपने कुत्ते को घुमाने के लिए ले जा रही थी तो सीएसडी में तैनात हवलदार नाबालिग को बहला फुसलाकर कैंटीन के अंदर ले गया और उसके साथ गलत हरकत करने लगा. नाबालिग ने विरोध करते हुए जैसे तैसे खुद को हवलदार के चंगुल से छुड़ाया और भागकर घर आ गई. लड़की को बेचैन और घबराई स्थिति में देख परिजन भी परेशान हो गए.

कुछ देर बाद जब बच्ची सुरक्षित महसूस करने लगी तो उसने अपने साथ घटित घटना के बारे में अपने परिजनों को बताया.

 

घटना की जानकारी होते ही परिजनों ने स्थानीय पुलिस को भी सूचना दी. मामले की गंभीरता को देखते हए थराली थानाध्यक्ष पंकज कुमार पुलिस बल के साथ राड़ीबगड़ पहुंचे. इस दौरान मामले की जानकारी आसपास के ग्रामीणों को लगी तो वो भी परिजनों के साथ हवलदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे

.परिजनों और ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन के बाद पुलिस ने हवलदार को हिरासत में लिया. बताया जा रहा है कि रविवार होने के कारण कैंटीन में अवकाश था, उसके बावजूद भी हवलदार ने कैंटीन खोल रखी थी. घटना के बाद क्षेत्र में भारी रोष पनपने लगा है. उधर आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.

 

थराली पुलिस ने बताया कि सेना कैंटीन के हवलदार के विरुद्ध त्वरित विधिक कार्रवाई करते हुए POCSO व BNS की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार, विवेचना की जिम्मेदारी तत्काल उपनिरीक्षक सुधा बिष्ट को सुपुर्द की गई है. हम पीड़ित पक्ष को आश्वस्त करते हैं कि आरोपी चाहे किसी भी पद या संस्था से जुड़ा हो, कानून के अनुसार उसके विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। हमारी प्राथमिकता पीड़िता की सुरक्षा, उसकी निजता का संरक्षण और उसे त्वरित न्यायिक राहत उपलब्ध कराना है। पीड़ित परिवार को आवश्यक कानूनी सहायता और परामर्श भी उपलब्ध कराया जा रहा है। जनपद पुलिस समाज में शांति, सुरक्षा और विशेषकर बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

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