कैसे पहुंचे सुभाष राणा की शूटिंग एकेडमी देहरादून से कारतूस लॉरेंस बिश्नोई के पास, पढ़ें खबर

बीती मंगलवार की दोपहर को उत्तरप्रदेश एसटीफ ने मेरठ में एक स्विफ्ट डिजायर को पकड़ा था जिसमें 12 बोर की 1975 कारतूस बरामद किए गए थे। जिसके बाद एसटीफ ने कार ड्राइवर राशिद अली को हिरासत में लिए लिया था। दरअसल यूपी एसटीएफ को सूचना मिली थी कि देहरादून से मेरठ कारतूसों की तस्करी की जा रही है, जिसके बाद उन्होंने तस्कर राशिद अली को कारतूस समेत पकड़ लिया।

पूछताछ में आया जशपाल राणा के भाई सुभाष राणा का नाम 

पूछताछ में आरोपी राशिद अली ने बताया कि यह कारतूस वह देहरादून राणा इंस्टीट्यूट ऑफ शूटिंग स्पोर्ट्स (RIS) से लेकर आया है। जिसमें उसने शूटिंग एकेडमी के संचालक पूर्व पद्मश्री जशपाल राणा के छोटे भाई द्रोणाचार्य अवॉर्डी सुभाष राणा ओर उसके साथी सक्षम मालिक का नाम लिया था। राशिद अली के बयान कर एसटीफ शूटर सक्षम मालिक के मेरठ में स्थित पेसिफिक हाइट्स वाले घर उसे गिरफ्तार करने पहुंची तो वहां पर तला लगा हुआ था।  एसटीफ ने तस्करी के मामले में  सुभाष राणा ओर सक्षम मालिक की पड़ताल शुरू कर दी है। दोनों की कॉल डिटेल्स चेक की जा रही है। तथा कारतूस तस्करी में जेल गए राशिद अली की मोबाइल लोकेशन भी जशपाल राणा के भाई सुभाष राणा  की शूटिंग एकेडमी देहरादून में ही मिली है। एसटीफ लगातार सक्षम मालिक और सुभाष राणा की तलाश में दबिश दे रही है। दोनों आखिरी बार विदेश के दौरे पर कब गए थे देखा जा रहा है।

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जेल में बैठे अपराधियों को होती थी कारतूसों की सप्लाई 

जेल में कैद राशिद अली ने बताया कि कारतूसों की सप्लाई जेल में कैद गैंग्स को होती थी  जिनकी लोकेशन वेस्ट यूपी और दिल्ली थी। देहरादून से इन कारतूसों को तस्करी कर जेल में बंद हथियार तस्कर अनिल बालियन उर्फ अनिल बांजी  द्वारा खरीदी जाती  थी जो इन कारतूसों को आगे सप्लाई किया करता था। अभी तक अनिल बालियन ने ये कारतूस नीरज बवाना, नंदू गिरोह,  लॉरेंस बिश्नोई, शुभम सिंह को सप्लाई कर चुका है।

सुभाष राणा ओर सक्षम मालिक के अलावा  तीसरा भी है शामिल

सुभाष राणा ओर सक्षम मलिक के अलावा गुड्डू चाचा भी इस तस्करी में शामिल है। कारतूसों की इस तस्करी में गुड्डू चाचा की अहम भूमिका बताई जा रही है। राशिद अली के बयान के बाद एसटीफ सुभाष राणा व सक्षम मालिक के साथ साथ गुड्डू चाचा की तलाश में जुटी हुई है। बताया जा रहा है देहरादून शूटिंग रेंज में गुड्डू चाचा ने भी गाड़ी में कारतूस भरे थे।

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सुभाष राणा एवं गुड्डू चाचा ने रखे थे गाड़ी में कारतूस 

पूछताछ में राशिद अली ने बताया कि सक्षम मालिक ने कॉल करके राशिद को शूटिंग रेंज में बुलाया था जिसके बाद द्रोणाचार्य अवार्ड से सम्मानित सुभाष राणा ओर गुड्डू चाचा ने ही गाड़ी में कारतूस भरे थे। जिसके बाद सक्षम ने बताया कि कारतूसों की डिलीवरी मेरठ में रुड़की रोड पर ही होनी है। वहां पर पहुंचने के बाद ही बताया जाएगा कि सप्लाई किसे देनी है। जिसके बाद से सप्लाई किसे देनी है एसटीएफ उसकी भी जांच कर रही है।

सुभाष राणा ओर सक्षम के खिलाफ जुटाए जा रहे साक्ष्य

एसटीएफ ने जब सक्षम की लोकेशन पता की तो वह राणा इंस्टीट्यूट ऑफ शूटिंग स्पोर्ट्स देहरादून की बताई गई हैं। जिसके बाद जल्द ही एसटीएफ देहरादून आएगी। फिलहाल दोनों के खिलाफ इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य जुटाए जा रहे है।

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