देहरादून: नगर निगम के 100 वार्डों में डोर टू डोर कूड़ा उठान वाहनों के चालक मनमानी अब नहीं चल सकेगी. अब इनकी निगरानी के लिए नगर निगम ने इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर(ICCC) तैयार किया गया है. इस कंट्रोल रूम से डोर टू डोर कूड़ा उठान वाहनों की सही लोकेशन की जानकारी मिलेगी.
इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर का उद्घाटन आज मेयर सौरभ थापरियल और नगर आयुक्त नमामि बंसल ने किया. साथ ही शहर में 54 ऐसी जगह जहां पर खुले में कूड़ा फेंका जाता है वहां पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए. जिनकी मॉनिटरिंग कंट्रोल रूम से की जाएगी. अगर कोई कूड़ा फेंकता हुआ दिखाई देता है तो उसके खिलाफ चलानी कार्रवाई की जाएगी.
बता दें इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर एक प्रणाली है. इससे अब एकीकृत व्यवस्था बनाई गई है. स्वास्थ्य अनुभाग के अंतर्गत नगर निगम के द्वारा कई कार्य ऐसे किए जाते हैं. जिनकी मॉनिटरिंग एक पटल पर हो सके. इसके लिए इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर का तैयार किया गया है. इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर बनाने का उद्देश्य नगर निगम के कार्य जैसे आपदा प्रबंधन,जलभराव को लेकर वाटर लॉकिंग,डोर टू डोर कूड़ा उठान,फॉगिंग ओर ट्रंचिंग ग्राउंड की निगरानी करने का है. इनके लिए अलग-अलग ग्रुप बनाकर किया जा रहा था. 100 वार्ड को नगर निगम ने 43,26,25 तीन ग्रुप में बांटा हुआ था. इसमें संबंधित कम्पनियों के द्वारा डोर टू डोर कूड़ा उठान का कार्य किया जा रहा था. उसको पीएमसी(प्रॉजेक्ट मैनजमेंट कन्सलटेंसी) के माध्यम से मॉनिटर किया जा रहा था. इसमें कई खामियां देखने को मिल रही थी. जिसके बाद इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर की शुरुआत की गई है. इसके जरिये सॉफ्टयर के माध्यम से सभी 100 वार्ड की मॉनिटरिंग हो सकेगी. नगर निगम के गार्बेज वर्लेनबल पॉइंट्स पर सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है.
नगर आयुक्त नमामि बंसल ने कहा नगर निगम के डोर टू डोर कूड़ा उठान वाहनों की संख्या 284 है. सभी डोर टू डोर कूड़ा उठान वाहनों की मॉनिटरिंग एक साथ इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर से की जाएगी. इसके अलावा 50 ट्रैक्टर ट्रॉली को भी जीपीएस के माध्यम से ट्रेस किया जा सकेगा. साथ ही अब फॉगिंग के वाहनों को भी ट्रेस किया जा सकेगा. सहस्त्रधारा और शीशमबाड़ा ट्रंचिंग ग्राउंड की मॉनिटरिंग इसके माध्यम से की जा सकेगी.
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