उत्तराखंड में भी पुराने वाहनों पर लगेगा ब्रेक, खनन में लगे 15 साल पुराने वाहन अब होंगे कबाड़

हल्द्वानी: खनन कार्य में लगे पुराने वाहन अब सड़कों पर नहीं दौड़ेंगे. परिवहन विभाग ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि 2010 से पुराने जो भी वाहन खनन कार्य में लगे हुए हैं इनका अब फिटनेस सख्ती के साथ किया जाएगा. फिटनेस सही पाए जाने के बाद ही उनको सड़क पर चलने की अनुमति दी जाएगी.

 

संभागीय परिवहन अधिकारी हल्द्वानी सुनील शर्मा ने बताया इसके लिए परिवहन विभाग के परिवर्तन की टीमों को निर्देशित किया गया है कि जो भी वाहन खनन कार्य में लगे हैं उनकी फिटनेस जांच की जाये. उन्होंने बताया परिवहन विभाग के जांच में सामने आया है कि गोला और नंधौर नदी में करीब 12000 डंपर और ट्रक हैं जो खनन कार्य में लगे हुए हैं. इसमें से बहुत से ऐसे वाहन हैं जो वर्ष 2000 पहले के हैं. इसमें से कई ऐसे वाहन है जो चलने योग्य नहीं हैं. इसके बाद भी ये खनन कार्य में लगे हुए हैं

ऐसे में पर्यावरण प्रदूषण के साथ-साथ सड़क हादसों की भी संभावना बढ़ रही है. जिसको देखते हुए अब शासन के निर्देश पर नदियों में लगे खनन कार्य के वाहनों की अब फिटनेस की जांच सख्ती के साथ करने के निर्देश जारी किए गए हैं. इसके अलावा अधिक पुराने वाहनों को सड़कों पर चलने की अनुमति नहीं दी जाएगी. इसके अलावा जो पुराने वाहन परिवहन विभाग के फिटनेस में सही पाए जाएंगे उनको चलने की अनुमति दी जाएगी.

 

संभागीय परिवहन अधिकारी हल्द्वानी सुनील शर्मा ने बताया पुराने पंजीकृत वाहनों पर विशेष अभियान चलाते हुए उक्त वाहनों की फिटनेस की जांच की जाएगी. जिसमें अनफिट वाहनों के पंजीकरण निरस्त करने के लिए निर्देशित किया गया है.

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