पिथौरागढ़ के कनार में बारिश से पुल बहा, बीमार महिला को रस्सी के सहारे करायी नदी पार

पिथौरागढ़: उत्तराखंड में मानसून की बारिश की वजह से जगह-जगह भारी नुकसान हुआ है. उत्तरकाशी के धराली में आपदा आने से कई लापता हैं. कुछ लोग जान भी गंवा चुके हैं. वहीं, पिथौरागढ़ जिले के धारचूला क्षेत्र में भी बारिश से सड़कें बंद हो गई. जिसकी वजह से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. यहां कनार गांव में बीमार महिला को अस्पताल पहुंचाने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ी. एसडीआरएफ की टीम ने महिला को रस्सी के सहारे नदी पार करायी फिर अस्पताल पहुंचाया गया.

 

पुल बहने से कनार गांव का टूटा संपर्क: बता दें कि पिछले दो दिनों से लगातार बारिश की वजह से धारचूला के कनार गांव का संपर्क तहसील मुख्यालय से टूट चुका है. जहां कनार से बरम जौलजीबी को जोड़ने वाला पुल बह गया है. जिसके चलते नदी को पार करना ग्रामीणों के लिए मुश्किल बना हुआ है.

बीमार महिला को अस्पताल पहुंचाना था चुनौती: इसी बीच जौलजीबी कोतवाली पुलिस को एक सूचना मिली कि कनार गांव की काली देवी पत्नी दीवान सिंह (उम्र 61 वर्ष) काफी समय से बीमार चल रही हैं, उन्हें उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाना जरूरी है. यह सूचना मिलते ही पिथौरागढ़ पुलिस अधीक्षक रेखा यादव के निर्देश पर पुलिस और एसडीआरएफ की टीम को तत्काल सहायता के लिए रवाना किया गया.

अपर उपनिरीक्षक सतेंद्र पाल सिंह के नेतृत्व में एसडीआरएफ की टीम करीब 7 किमी पैदल चलकर मौके पर पहुंची. जिसके बीद टीम ने कनार की ओर से बरम की दिशा में करीब 50 मीटर लंबी रस्सी से रिवर क्रॉसिंग की व्यवस्था बनाई. फिर बीमार महिला काली देवी को स्ट्रेचर और रस्सियों के जरिए नदी पार कराकर सुरक्षित रूप से बरम तक लाया गया. जहां से परिजनों महिला को लेकर पिथौरागढ़ अस्पताल ले गए.

वहीं, बीमार महिला के परिजनों और ग्रामीणों ने पुलिस एवं एसडीआएफ टीम का आभार जताया. गौर हो कि पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण पिथौरागढ़ जिले में एक दर्जन से ज्यादा सडकें बंद हैं. जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

 

दो दर्जन से ज्यादा मकान खतरे की जद में: वहीं, लगातार हो रही बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित हो गया है. इतना ही नहीं प्रशासन की मानें तो जिलेभर दो दर्जन से ज्यादा मकान खतरे की जद में हैं. बारिश की वजह से तमाम नदी नाले उफान पर बह रहे हैं. इसके साथ खेती किसानी भी प्रभावित हुई है.

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