Uttarakhand news : शहर में घुसा गुलदार ,वन विभाग की टीम पर किया हमला।
हलद्वानी : हलद्वानी में यहां शहर की एक कॉलोनी में तब हड़कंप मच गया जब वहां गुलदार ने दस्तक दी, बताया जा रहा है की कुछ लोगों ने एक गुलदार को झाड़ियों में छिपे देखा जो शायद किसी पर घात लगाए बैठा था लेकिन लोगों ने उसे देखते ही उसकी ओर पत्थर मारने शुरू कर दिए जिस वजह से वह भाग कर राजा रानी कालोनी में पहुंच गया था। देखते ही देखते लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई।
गुलदार का हुआ रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू
जिसके बाद वन विभाग की टीम को भी सूचित किया गया।सूचना मिलने के वन विभाग की टीम वहां पहुंची और गुलदार का रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया
बताया जा रहा है की करीब गुलदार का रेस्क्यू ऑपरेशन करीब 6 घंटे तक चला ओर इस अभियान के बाद उसे ट्रैंकुलाइज का घने जंगल में छोड़ दिया गया। जंगल से सटे इलाकों में लगातार वन्यजीवों का मूवमेंट देखने को मिल रहा है।
रिहायशी इलाके में गुलदार की मौजूदगी से फैली दहशत
रेंजर नवीन रौतेला ने बताया कि सुबह छह बजे सूचना मिली थी कि प्रेमपुर लोश्ज्ञानी के पास झाड़ियों में एक गुलदार छिपा है।
सूचना मिलते ही टीम जब मौके पर पहुंची तो उन्हें वहां गुलदार नजर भी आया लेकिन जब टीम उसे पकड़ने की कोशिश की तो गुलदार पर कुछ लोगों ने पत्थर मारना शुरू कर दिया। हड़बड़ाहट में गुलदार आगे की तरफ भाग गया। इसके बाद फिर एक झाड़ी में घुस गया, भीड़ फिर भी लगातार गुलदार पर पत्थर बरसाए जा रही थी
बचने के गुलदार रिहायशी कालोनी राजा रानी विहार के अंदर घुस गया, जिसके बाद मौके पर लोगों की भारी भीड़ भी जुट गई।
वन विभाग की टीम पर हमला
लोग निर्माणाधीन भवन संग घरों की छत तक में लोग चढ़ गए। इस हंगामे के बीच वन विभाग के लिए रेस्क्यू अभियान चलाना और मुश्किल हो गया। इसके बाद वन विभाग ने जाल बिछाने के साथ ट्रैंकुलाइज टीम को भी तैयार किया, मगर गुलदार ने वनकर्मियों पर ही हमला कर दिया।
हमले में फारेस्टर सुरेंद्र सिंह और चालक कन्नू घायल हो गए । ट्रैंकुलाइज गन का निशाना लगने पर गुलदार बेहोश हो गया और फिर करीब 12 बजे के आसपास वन विभाग संग स्थानीय लोगों ने भी राहत की सांस ली।
बेहोश कर छोड़ा गया जंगल में
आबादी इलाके में गुलदार के मौजूदगी वन विभाग के लिए मुसीबत बन गई थी। गुलदार को सुरक्षित पकड़ने के साथ लोगों को भी उसके हमले से बचाना था।
बाघों की बढ़ती आबादी गुलदार के लिए मुसीबत बन चुकी है। वन विभाग भी मान रहा है कि गुलदारों के इंसानी बस्ती में घुसने के मामलों में बढ़ोतरी की यह अहम वजह है। कुत्ते व अन्य आसान भोजन की तलाश में गुलदार जंगल से सटे इलाकों में अक्सर नजर आ रहे हैं। इससे लोगों के लिए संकट की स्थिति पैदा हो रही है।