श्रीनगर मेयर आरती भंडारी ने नगर आयुक्त नूपुर वर्मा पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
नगर निगम श्रीनगर के प्रशासक काल के दौरान हुये भारी वित्तीय अनियमिताओं को देखते हुए मेयर आरती भंडारी ने नगर आयुक्त नूपुर बर्मा के खिलाफ खोला मोर्चा
श्रीनगर गढ़वाल : पौड़ी जनपद के श्रीनगर गढ़वाल मे स्थित नगर पालिका से पहली बार नगर निगम का दर्जा मिला जिसमे मेयर ना होने के कारण तत्कालीन नगर निगम में प्रशासक की नियुक्ति हुई थी जिन्हे संपूर्ण विकास कार्यों के लिए वित्तीय शक्ति होती है उसमें नगर निगम के अंतर्गत समस्त विकास कार्यों में निर्णय लेने की क्षमता रखती है इसको देखते हुए श्रीनगर उप जिलाधिकारी नूपुर वर्मा ने मनमाने ढंग से श्रीनगर के निर्माण कार्यों में वित्तीय अनियमित की है।जिसको देखते हुए वर्तमान नगर निगम की प्रथम मेयर आरती भंडारी ने मोर्चा खोल दिया है, आपको बताते चलें कि नगर निगम में लगभग दो साल तक प्रशासक रही नूपुर वर्मा ने तमाम विकास कार्यों एवं आस्था का प्रतीक वैकुंठ चतुर्दशी मेले में भ्रष्टाचार एवं गड़बड़ झाला किया है। जिसको देखते हुए अब नूपुर वर्मा पर वित्तीय अनियमिताएं एवं भ्रष्टाचार का आरोप लगा हुआ है। श्रीनगर गढ़वाल की महापौर का कहना है कि नगर आयुक्त ने बिना रजिस्ट्रेशन किये हुए बाहरी फॉर्म को काम दिया है जो फर्म हरिद्वार रुड़की और सहारनपुर की है उन लोगों को बिना टेंडर हुए काम दिया है। जबकि दूसरी ओर यहां लोकल के ठेकेदारों को काम नहीं मिला,वही प्रशासक काल के दौरान संपूर्ण नगर निगम का कूड़ा अलकनंदा नदी के तट पर बहाया जाता था जिसको देखते हुए वहां की स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया साथ में पूर्व जिला पंचायत सदस्य एवं सामाजिक कार्यकर्ता लखपत सिंह भंडारी ने भी इस कूड़े के निस्तारण के लिए आवाज उठाई थी जब इस बात का खुलासा हुआ तो पता चला कि कूड़ा निस्तारण डंपिंग जोन श्रीनगर निगम के पास कोई व्यवस्था नहीं है आरती भंडारी ने सवाल खड़े कर दिए हैं,कहा कि कूड़ा निस्तारण के लिए नूपुर वर्मा ने मनमानी ढंग से अलकनंदा तट पर स्थित जैविक और अजैविक कूड़े को जलाकर के पूरे श्रीनगर में दुर्गंध फैलाई है। वही नगर निगम मेयर का कहना है कि प्रशासक काल के दौरान लगे स्ट्रीट लाइट जो गुणवत्ता बिहीन है यह भी किसी बाहर वाले कंपनी को काम देकरके मनमानी ढंग से यह काम किया है, श्रीनगर गढ़वाल में प्रशासक के समय दो बार बैकुंठ मेले का आयोजन रहा है जिसने मनमानी ढंग से वैकुंठ मेले में भी धनराशि का गलत उपयोग किया है लाखों का पानी ठंडियों के समय नगर निगम पी गया वहीं बाहर से आये अतिथियों का स्वागत समारोह में भी लाखों रुपए की अनियमित पाई गई है इन तमाम चीजों को देखते हुए श्रीनगर गढ़वाल के पार्षदो एवं मेयर ने नगर आयुक्त नूपुर वर्मा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है,वंही आरती भंडारी का कहना है कि मैं नगर निगम के अंतर्गत नीतिगत निर्णय तभी लूंगी जब तक प्रशासक काल के दौरान हुए कार्यों की एसआईटी जांच नहीं होती है और वर्तमान नगर आयुक्त को यहां से स्थानांतरण करके अन्यत्र भेजना होगा क्योंकि उन्होंने विकास कार्यों में भ्रष्टाचार किया है वही आरती भंडारी कहना है कि बाहरी ठेकेदारों को मनमाने ढंग से काम दिया जाना स्थानीय ठेकेदारों की अवहेलना करना तथा साथ में रजिस्ट्रेशन फॉर्म न होने के बावजूद भी उन्हें लाखों का काम दिया गया है वही कहना है वित्तीय अनियमितता को देखते हुए मेयर आरती भंडारी ने कहा की एसआईटी जाँच के बाद ही सच सामने आ जाएगा
नगर आयुक्त नुपुर वर्मा — मैंने प्रशासन कल के दौरान सभी निर्माण कार्यों को नियमानुसार किया है अगर किसी को फिर भी कोई परेशानी हो तो वह मुझसे मिलकर के अपनी बात को रख सकते हैं और जो भी जांच बिठानी हो उसके लिए मैं तैयार हूं
आरती भंडारी मेयर नगर निगम श्रीनगर गढ़वाल —– नगर आयुक्त ने प्रशासक काल के दौरान अपनी मनमानी ढंग से नगर निगम के कार्यों को किया है सारे नियमों को ताक पर रखकरके बाहर सर आई कंपनियां सहारनपुर रुड़की हरिद्वार वालों को काम दिया है और यहां पर जितने भी काम हुये है वह सारे गुणवत्ताविहीन है इन सब की एसआईटी जांच होनी चाहिए । मेरे पास सारे पूर्व में विकास कार्यों के पुख्ता सबूत है