उत्तरकाशी: लोक निर्माण विभाग में वर्षों से आउटसोसिंग के माध्यम से कार्यरत कर्मचारियों ने लोनिवि विभाग के खिलाफ एक दिवसीय धरना दिया. साथ ही विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. उन्होंने कहा कि लंबे समय से शासनादेश जारी होने के बाद भी कर्मचारियों को जेम और प्रयाग पोर्टल के माध्यम से सेवायोजित नहीं किया जा रहा है. जिससे कर्मचारियों में भारी रोष पनप रहा है. उन्होंने कहा कि यदि उनकी मांगों का निस्तारण नहीं किया गया तो वह उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे.
मंगलवार को मेट-बेलदार कर्मचारी संघ के बैनर तले कर्मचारी बड़ी संख्या में उत्तरकाशी अधीक्षण अभियंता के कार्यालय के बाहर एकत्रित हुए. वहां कर्मचारियों ने धरना देकर लोक निर्माण विभाग के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की. संघ के जिलाध्यक्ष जयेंद्र सिंह ने कहा कि पहले कर्मचारियों को प्राइवेट एजेंसी और ठेकेदारों के माध्यम से रखा गया था. एजेंसी और ठेकेदार कर्मचारियों की मजदूरी का पूर्ण भुगतान नहीं करते थे. जिसका कर्मचारियों ने पूर्व में पुरजोर विरोध किया. विरोध के बाद शासन ने 11 अगस्त 2023 को मेट-बेलदारों को जेम और प्रयाग पोर्टल के माध्यम से सेवायोजित करने का शासनादेश जारी किया है. लेकिन विभाग के अधिकारी उक्त शासनादेश में दिक्कतों का हवाला देते हुए मेट-बेलदारों को पोर्टल के माध्यम से समायोजित नहीं कर रहे हैं.
वहीं कांग्रेस जिलाध्यक्ष मनीष राणा और दिनेश गौड़ ने धरना स्थल पर पहुंचकर मेट-बेलदारों को समर्थन दिया. उन्होंने कहा कि कर्मचारी संघ जिस स्तर तक भी आंदोलन करेगा, कांग्रेस आंदोलन को पूर्ण समर्थन देगी. कर्मचारियों ने शीघ्र जेम और प्रयाग पोर्टल के माध्यम से मेट-बेलदारों को सेवायोजित नहीं करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी.वहीं इस मामले पर उत्तरकाशी के अधीक्षण अभियंता हरीश पांगती से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की. लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया.
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