उत्तराखंड में यहां एसएसपी ने एसआई और कांस्टेबल को किया निलंबित, यह है कारण

एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने दो पुलिसकर्मियों के विरुद्ध निलंबन की कठोर कार्यवाही की है। यह निर्णय विभाग के भीतर जवाबदेही और अनुशासन की स्पष्ट चेतावनी मानी जा रही है, कि अब लापरवाही और पक्षपात किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

उपनिरीक्षक बबिता, जो तल्लीताल थाना क्षेत्र में नियुक्त थीं, को अपने कार्यक्षेत्र में ड्यूटी के समय अनुपस्थित पाए जाने के चलते तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। इसके अतिरिक्त, उनके विरुद्ध पूर्व में भी ड्यूटी के प्रति लापरवाही बरतने की शिकायतें प्राप्त हुई थीं। एसएसपी कार्यालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, उन्हें कई बार चेतावनी दी गई थी, लेकिन उनके आचरण में कोई सुधार नहीं हुआ। नतीजतन, विभाग ने कठोर निर्णय लेते हुए उन्हें निलंबित कर दिया। यह निर्णय अन्य पुलिसकर्मियों के लिए भी एक स्पष्ट संदेश है कि कर्तव्य में लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

यातायात सैल में कार्यरत कांस्टेबल आकाश कुमार (का0 126 स0पु0) को 24 अप्रैल 2025 को राजपुरा क्षेत्र में घटित धार्मिक प्रकरण के दौरान पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने के आरोप में निलंबित किया गया है।

प्रकरण की जांच में यह स्पष्ट हुआ कि कांस्टेबल ने एक पक्ष विशेष का समर्थन किया, जो पुलिस की निष्पक्षता और संवैधानिक दायित्वों के विपरीत है। एसएसपी मीणा ने इसे विभाग की छवि को धूमिल करने वाला गंभीर कृत्य बताया और कहा कि ऐसे मामलों में कतई समझौता नहीं किया जाएगा। इस कार्रवाई के साथ एसएसपी प्रहलाद मीणा ने समस्त पुलिस बल को यह सख्त संदेश दिया है कि:“पुलिस सेवा में कार्यरत प्रत्येक अधिकारी और कर्मचारी अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी निष्ठा, निष्पक्षता और सजगता से करे। ड्यूटी में लापरवाही, गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार और पक्षपात किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जाएगा। भविष्य में भी ऐसे किसी भी कर्मी के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही की जाएगी, चाहे वह किसी भी पद पर हो।”

 

एसएसपी मीणा ने यह भी स्पष्ट किया कि पुलिस विभाग की गरिमा और जनता का विश्वास किसी भी कीमत पर कम नहीं होना चाहिए। यदि कोई भी कर्मी अपने व्यक्तिगत विचारों या लाभ के चलते कानून और व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करता है, तो उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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